तमिलनाडु में भयानक तबाही मचा रहा है गज, ले ली 22 जान, 3 दिन के बंद का ऐलान
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: November 17, 2018 09:10 AM2018-11-17T09:10:11+5:302018-11-17T09:14:30+5:30
नागपट्टिनम/चेन्नई, 17 नवंबर: चक्रवातीय तूफान 'गज' ने तमिलनाडु में भीषण तबाही मचा दी है. तूफान जनित घटनाओं में करीब 22 लोगों की मौत हो गई है. नागपट्टिनम, तिरूवरूर और तंजावुर में भारी बारिश हुई. कई क्षेत्रों में पेड़ उखड़ गए और तटवर्ती क्षेत्रों में कई जगहों पर बिजली आपूर्ति बाधित रही.
इसके अलावा शनिवार को तमिलनाडु सरकार ने आगामी 3 दिन के प्रदेश बंद का ऐलान किया है।
निचले इलाकों से 80,000 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित निकाला गया. शुक्रवार की सुबह यह तूफान नागपट्टिनम और वेदारण्यम के बीच तमिलनाडु तट से गुजरा. इस बीच नागपट्टिनम के शिक्षण संस्थानों में अवकाश घोषित कर दिया गया है. भारत मौसम विज्ञान विभाग की ओर से जारी बुलेटिन में कहा गया कि गंभीर चक्रवातीय तूफान 'गज' शुक्रवार की सुबह नागपट्टिनम और वेदारण्यम के बीच तमिलनाडु और पुडुचेरी तट से गुजरा.
इस दौरान हवा की गति 100-110 किलोमीटर प्रतिघंटा के बीच थी जो बढ़कर 120 किलोमीटर प्रतिघंटा तक पहुंच गई. हालांकि चक्रवातीय तूफान शुक्रवार की सुबह ही जमीनी इलाके में प्रवेश कर गया था लेकिन उसे पूरी तरह जमीनी क्षेत्र पर आने में और दो घंटे लगे.
चक्रवातीय तूफान के तमिलनाडु पहुंचने पर कडलूर, नागपट्टिनम, थोंडी और पम्बन तथा कराईकल और पुडुचेरी में तीन से आठ सेंटीमीटर तक बारिश हुई. बताया जाता है कि कडलूर, नागपट्टिनम, पुदुकोट्टई, रामनाथपुरम, तिरूवरूर, तंजावुर में स्थापित 471 राहत शिविरों में फिलहाल 81,948 लोग रह रहे हैं. कई स्थानों पर चली तेज हवाएं चेन्नई में मौसम विभाग ने बताया कि शुक्रवार सुबह साढ़े पांच बजे तक कडलूर में आठ सेंटीमीटर बारिश हुई जबकि नागपट्टिनम में पांच सेंटीमीटर, पुडुचेरी और कराईकल में पांच-पांच सेंटीमीटर वर्षा हुई.
ताजा बुलेटिन के अनुसार, पूरा तूफान जमीन पर पहुंच गया है. हवा की गति सबसे तेज अतिरामपट्टिनम में 117 किलोमीटर प्रतिघंटा थी जबकि नागपट्टिनम में 100 किलोमीटर प्रतिघंटा और कराईकल 83 किलोमीटर प्रतिघंटा थी. मौसम विभाग का कहना है कि चक्रवातीय तूफान के पश्चिम की ओर बढ़ने और अगले छह घंटे में कमजोर पड़ने की संभावना है. राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की चार टीमें पहले से ही नागपट्टिनम में मौजूद हैं जबकि राज्य आपदा मोचन बल की दो टीमों को कडलूर में तैनात किया गया है.
10-10 लाख रुपए की वित्तीय सहायता मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी ने सलेम में मीडिया से बातचीत में युद्ध स्तर पर राहत कार्य चलाने की बात कही. साथ ही उन्होंने कहा कि मृतकों के परिवार को मुख्यमंत्री सार्वजनिक राहत कोष से 10-10 लाख रुपए की वित्तीय सहायता दी जाएगी. जो लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं उन्हें राहत के तौर पर एक लाख रुपए जबकि मामूली रूप से घायलों को 25-25 हजार रुपए दिए जाएंगे. केंद्र ने दिया हर संभव मदद का आश्वासन इस बीच गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने तमिलनाडु सरकार इस चक्रवातीय तूफान से उत्पन्न स्थिति का सामना करने के लिए हर संभव मदद का आश्वासन दिया.
उन्होंने गृह सचिव राजीव गाबा को निर्देश जारी कर तमिलनाडु में हालात पर नजर रखने और और राज्य प्रशासन को सभी प्रकार की सहायता मुहैया कराने को कहा. इस गंभीर तूफान के कारण हुए नुकसान की विस्तृत रिपोट तमिलनाडू सरकार द्बारा केंद्र को भेजी जाएगी. बॉक्स द्रमुक ने की सरकार की तारीफ द्रमुक अध्यक्ष एमके स्टालिन ने चक्रवाती तूफान से निपटने के लिए राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के प्रयासों की सराहना की.
विपक्षी दल के नेता स्टालिन ने एक ट्वीट कर कहा कि तमिलनाडु एक बार फिर चक्रवात से प्रभावित हुआ है और इस बार यह 'गज' है. उन्होंने कहा कि जिस तरह से तमिलनाडु राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की तरफ से ऐहतियाती प्रयास किए गए वह प्रशंसा के योग्य हैं. स्टालिन ने कहा कि शासकों को चक्रवात के मद्देनजर प्रदेश की एजेंसी का उसके कामों में सहयोग करना चाहिए.