विधानसभा चुनावः 64.66 प्रतिशत रिकॉर्ड मतदान, सीएम नीतीश ने मतदाता को दी बधाई, प्रशांत किशोर बोले-असली ‘एक्स फैक्टर’ प्रवासी, छठ पर्व के बाद नहीं लौटे
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: November 7, 2025 13:59 IST2025-11-07T13:57:42+5:302025-11-07T13:59:23+5:30
Assembly Elections:विधानसभा चुनाव का पहला चरण “शांतिपूर्ण और उत्सवपूर्ण माहौल” में संपन्न हुआ तथा बिहार के इतिहास में अब तक का सर्वाधिक 64.66 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।

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पटनाः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 64.66 प्रतिशत के रिकॉर्ड मतदान के लिए मतदाताओं को बधाई दी और लोगों से 11 नवम्बर को होने वाले दूसरे चरण में भी इसी उत्साह से मतदान करने की अपील की। निर्वाचन आयोग ने बृहस्पतिवार को एक बयान में कहा था कि विधानसभा चुनाव का पहला चरण “शांतिपूर्ण और उत्सवपूर्ण माहौल” में संपन्न हुआ तथा बिहार के इतिहास में अब तक का सर्वाधिक 64.66 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। पहले चरण में 18 जिलों की 121 विधानसभा सीटों पर मतदान हुआ।
मुख्यमंत्री ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा, “पहले चरण में रिकॉर्ड मतदान के लिए बिहार की जनता को हार्दिक धन्यवाद। पिछले एक वर्ष में बिहार ने अभूतपूर्व प्रगति की है। अब समय आ गया है कि बिहार को सबसे विकसित राज्यों की श्रेणी में शामिल किया जाए। लोकतंत्र में मतदान हमारा अधिकार ही नहीं, कर्तव्य भी है।”
उन्होंने लोगों से अपील की कि “वे 11 नवम्बर को होने वाले चुनाव के दूसरे चरण में भी इसी उत्साह से मतदान करें, ताकि बिहार और आगे बढ़े।” नीतीश ने लिखा, “सबका सम्मान हो, सबका विकास हो।” चुनाव आयोग के अनुसार, पहले चरण के मतदान में मुजफ्फरपुर और समस्तीपुर जिलों में सर्वाधिक मतदान हुआ।
मुजफ्फरपुर में 70.96 प्रतिशत, समस्तीपुर में 70.63 प्रतिशत, मधेपुरा में 67.21 प्रतिशत, वैशाली में 67.37 प्रतिशत, सहरसा में 66.84 प्रतिशत, खगड़िया में 66.36 प्रतिशत, लखीसराय में 65.05 प्रतिशत, मुंगेर में 60.40 प्रतिशत, सीवान में 60.31 प्रतिशत, नालंदा में 58.91 प्रतिशत और पटना में 57.93 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। आयोग के अनुसार, बिहार में 1951-52 के विधानसभा चुनाव में राज्य का सबसे कम 42.6 प्रतिशत मतदान हुआ था। इस बार पहले चरण का मतदान वर्ष 2000 में दर्ज 62.67 प्रतिशत से अधिक रहा।
बिहार में रिकॉर्ड मतदान पर बोले प्रशांत किशोर : प्रवासी हैं ‘एक्स फैक्टर’
जन सुराज पार्टी के प्रमुख प्रशांत किशोर ने शुक्रवार को दावा किया कि छठ पर्व के मौके पर बिहार आए और अभी तक अपने कार्यस्थलों पर नहीं गए राज्य के प्रवासी मतदाता विधानसभा चुनाव में ‘एक्स फैक्टर’ साबित हो सकते हैं। पूर्व चुनाव रणनीतिकार किशोर ने यह टिप्पणी पहले चरण के रिकॉर्ड 64.66 प्रतिशत मतदान के एक दिन बाद की।
उनकी नवगठित पार्टी के बारे में विभिन्न सर्वेक्षणों और जनमतों में कहा जा रहा है कि उसने प्रवासियों को आकर्षित किया है। किशोर ने कहा, “स्वतंत्रता के बाद से अब तक का सबसे अधिक मतदान यह दर्शाता है कि हम जो कह रहे थे, वह सही है—बिहार में बदलाव की बहुत प्रबल इच्छा है, जहां लोग लगभग 30 वर्षों से राजनीतिक जड़ता में फंसे हुए हैं।”
उन्होंने कहा कि लोगों को अब उनकी एक वर्ष पुरानी पार्टी में एक व्यवहार्य विकल्प की झलक दिख रही है। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) पर निशाना साधते हुए जन सुराज पार्टी के संस्थापक ने कहा, “इन लोगों ने यह सोच लिया था कि कुछ योजनाएं और महिलाओं को थोड़ी मदद देकर वे जीत जाएंगे।
हां, महिलाएं बड़ी संख्या में वोट देने निकलीं, लेकिन इस चुनाव में असली ‘एक्स फैक्टर’ प्रवासी हैं।” उन्होंने कहा, “छठ पर्व के लिए लौटे ये प्रवासी अब तक यहीं ठहरे हुए हैं और अपने परिवार के लोगों को मतदान के लिए प्रेरित कर रहे हैं। चुनाव के नतीजों में उनका प्रभाव देखने लायक होगा।”