मेघालय चुनाव से पहले पार्टियों ने कसी कमर, कांग्रेस ने चला ये दांव
By ऐश्वर्य अवस्थी | Updated: February 20, 2018 09:18 IST2018-02-20T08:46:46+5:302018-02-20T09:18:48+5:30
मेघालय में 27 फरवरी को विधान सभा चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में यहां जीत के लिए कांग्रेस पार्टी ने हर तरह से अपनी कमर कस ली है।

Meghalaya Assembly Election 2018| मेघालय विधान सभा चुनाव 2018
नई दिल्ली, 20 फरवरी: मेघालय विधान सभा चुनाव से पहले राज्य की राजनीति गरमा गई है। राज्य में 27 फरवरी को चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में यहां जीत के लिए कांग्रेस पार्टी ने हर तरह से अपनी कमर कस ली है। मेघालय की 30 लाख की आबादी में करीब 75 फीसदी वोट ईसाइयों के हैं, ऐसे पार्टी धर्म के आधार पर अपना दांव खेलने की तैयारी कर चुकी है। कांग्रेस यहां पहले से ही सत्ता में है ऐसे में अपनी सत्ता बरकरार रखने के लिए वह ऐसा कर कदम उठाने के लिए तैयार है। वहीं, बीजेपी और नेशनल पीपुल्स पार्टी मिलकर कांग्रेस को सत्ता से हटाना की कोशिश में भी लगी हुई हैं। दोनों पार्टियों का एक दूसरे के ऊपर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला भी जारी है।
वीजा किया नामंजूर
चुनाव से ठीक पहले बैपटिस्ट चर्च के एक अंतरराष्ट्रीय गठबंधन के अध्यक्ष का वीजा नामंजूर हो जाने से यहां चुनाव में अब बड़ा फेरबदल देखने को मिलने वाला है। वहीं, मेघालय कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष विंसेंट एच पाला का कहना है कि 27 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव में बैपटिस्ट चर्च के एक अंतरराष्ट्रीय गठबंधन के अध्यक्ष का वीजा नामंजूर किए जाने से बीजेपी और उसकी सहयोगी नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) को नुकसान पहुंच सकता है। इस महीने की शुरुआत में एक चर्च की 150वीं सालगिरह में हिस्सा लेने के लिए मेघालय ये नेता आने वाले थे , लेकिन उनके वीजा का आवेदन अब अचानक से स्थिति कर दिया गया ।
कांग्रेस का राज्य में रूख
2014 के आम चुनावों में मेघालय और अन्य उत्तर-पूर्वी राज्यों में कांग्रेस की गिरावट देखी गई। पार्टी ने 2009 में 25 में से 13 में सीटें जीती थी, वहीं, 2014 में केवल आठ सीटें ही हासिल कर सकती थी। लेकिन इस बार की जीत के लिए कांग्रेस धर्म और गरीबी को आधार बनाकर वोटरों को लुभाने की पूराी कोशिश में लगी है। ऐसे में देखना होगा कि कांग्रेस एक बार फिर से यहां सहयोगियों के साथ बीजेपी को पस्त कर पाती है या नहीं।
बीजेपी ने कसी कमर
मेघालय विधानसभा में 60 सीटे हैं, यहां 2013 में बीजेपी ने चुनाव के दौरान एक भी सीट नहीं जीत पाई थी। वहीं, इस बार चुनाव में बीजेपी ने 47 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए हैं। मिशन 40 के जरिए इस बार बीजेपी चुनाव के मैदान में उतरी है।