असम: ब्लैक मार्केट में 40 लाख रुपये किलो तक बिकती है गैंडे की सींग, तस्करी करने वाले गिरोह को पुलिस ने दबोचा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: August 26, 2021 22:07 IST2021-08-26T22:05:47+5:302021-08-26T22:07:07+5:30
गैंडों की हत्या कर उनके सींग की तस्करी करने के मामले में असम पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. असम पुलिस ने गिरफ्तार किए गए तस्करों के कब्जे से गैंडे का एक सींग भी जब्त किया है. असम में कांजीरंग नेशनल पार्क में बड़ी संख्या में गैंडे पाए जाते हैं. यहां तस्कर गैंडों को मारकर उनकी सींग निकालकर उसे अंतर्राष्ट्रीय ब्लैक मार्केट में बेच देते हैं.

असम: ब्लैक मार्केट में 40 लाख रुपये किलो तक बिकती है गैंडे की सींग, तस्करी करने वाले गिरोह को पुलिस ने दबोचा
गैंडों की हत्या कर उनके सींग की तस्करी करने के मामले में असम पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. असम पुलिस ने गिरफ्तार किए गए तस्करों के कब्जे से गैंडे का एक सींग भी जब्त किया है. असम में कांजीरंग नेशनल पार्क में बड़ी संख्या में गैंडे पाए जाते हैं. यहां तस्कर गैंडों को मारकर उनकी सींग निकालकर उसे अंतर्राष्ट्रीय ब्लैक मार्केट में बेच देते हैं.
इस मामले में वन विभाग और पुलिस को बड़ी सफलता है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पकड़े गए आरोपियों की पुलिस को काफी दिनों से तलाश थी. लेकिन गुरूवार को पुलिस को बड़ी सफलता मिली जब उन्होंने आरोपियों को रंगे हाथों दबोच लिया.
Assam: Nagaon Police arrested three people and seized a rhino horn from their possession. Case registered. pic.twitter.com/mHf2HUYNZU
— ANI (@ANI) August 26, 2021
बता दें कि इससे पहले गैंडों के सींग तस्करी के आरोप में काजीरंगा के एक वनकर्मी और एक अन्य व्यक्ति को गिरफ्तार किया था. बता दें कि गैंडे के एक किलो सींग की कीमत ब्लैक मार्केट में 30 से 40 लाख रुपए तक है. ये सींग चीन और कोरिया जैसे देशों में 60 लाख रुपये तक बिकती है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, गैंडे के सींग से यौनवर्द्धक दवाईयां बनाई जाती है. इसके साथ ही इसका इस्तेमाल कैंसर की दवा बनाने में किया जाता है. गैंडे के सींग से बनी दवाओं का इस्तेमाल बुखार, गठिया, लूमेटिज्म और जोड़ों के दर्द को दूर करने में भी किया जाता है.