असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा की केंद्र से मांग, PFI पर तत्काल लगे पूर्ण प्रतिबंध
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: February 19, 2022 18:09 IST2022-02-19T18:03:40+5:302022-02-19T18:09:14+5:30
सम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने शनिवार को कहा, असम ने केंद्र सरकार से पीएफआई (पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) पर तत्काल पूर्ण प्रतिबंध लगाने की मांग की है।

असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा की केंद्र से मांग, PFI पर तत्काल लगे पूर्ण प्रतिबंध
असम सरकार ने केंद्र सरकार से पीएफआई पर तत्काल पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने की मांग की है। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने शनिवार को कहा, असम ने केंद्र सरकार से पीएफआई (पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) पर तत्काल पूर्ण प्रतिबंध लगाने की मांग की है। हिजाब मुद्दे के कारण नहीं, यह उनका लोकतांत्रिक अधिकार है, बल्कि विध्वंसक गतिविधियों और कट्टरपंथ में उनकी सीधी भागीदारी के कारण है।
हाल ही में मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कर्नाटक में चल रहे हिजाब विवाद के मुद्दे पर अपनी राय रखी थी। उन्होंने कहा था, अगर आप हिजाब पहन कर जाते हो तो टीचर को कैसे पता चलेगा कि कोई छात्र समझ रहा है या नहीं। अगर मुसलमान को अभी सबसे ज्यादा जरूरत है तो शिक्षा की जरूरत है। हिजाब की जरूरत नहीं है।
Assam has demanded an immediate complete ban on PFI (Popular Front of India) from the central govt, not because of the hijab issue, it's their democratic right, but because of their direct involvement with subversive activities & radicalisation: Assam CM Himanta Biswa Sarma pic.twitter.com/RJV7h870dU
— ANI (@ANI) February 19, 2022
मालूम हो कि पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया या पीएफआई एक इस्लामिक संगठन है। ये संगठन अपने को पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के हक में आवाज उठाने वाला बताता है। संगठन की स्थापना 2006 में नेशनल डेवलपमेंट फ्रंट के उत्तराधिकारी के रूप में हुई। संगठन की जड़े केरल में गहरी हैं। लेकिन इसका मुख्यालय दिल्ली में बताया जाता है।
कर्नाटक में चल रहे हिजाब विवाद में पीएफआई की भूमिका की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं। कर्नाटक के शिक्षा मंत्री ने कहा था कि इस विवाद में हम कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया (CFI) की भूमिका की जांच कर रहे हैं। सीएफआई PFI की छात्र शाखा है, इसलिए हम पीएफआई पर बैन से इनकार नहीं कर सकते।