Assam Flood 2022: सेंट्रल यंग मिजो एसोसिएशन (वाईएमए) ने बाढ़ में फंसे असम के लोगों के लिए लगभग 15,000 लीटर बोतल बन्द पानी पहुंचाया है। सेंट्रल वाईएमए के अध्यक्ष आर लालनघेटा ने इन पैकेज वाले पानी के बोतलों को ले जाने वाले नौ गाड़ी को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया है।
यही नहीं जानकारी के अनुसार, विभिन्न इलाकों से संबंधित वाईएमए की 31 शाखाओं ने बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए दान भी दिया है। आपको बता दें कि असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के अनुसार, शुक्रवार तक असम के कुल 28 जिलों में 33.03 लाख लोग इससे प्रभावित हुए है।
असम में पानी हुआ पेट्रोल से भी महंगा-मीडिया रिपोर्ट
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, असम में बाढ़ के कारण पीने का पानी बहुत महंगा हो गया है। डेक्कन हेराल्ड की एक रिपोर्ट के मुताबिक, असम में पीने का पानी पेट्रोल से भी महंगा बिक रहा है।
इन हालात में वाईएमए द्वारा बोतल बन्द पानी पहुंचाने से असम के लोगों को थोड़ी राहत हो सकती है। आपको बता दें कि इससे पहले रविवार को सीएम जोरामथांगा ने असम के लोगों के लिए पीने का पानी मुहइया कराने की बात कही थी।
रिपोर्ट के अनुसार, असम में 20 रुपए में मिलने वाला पानी की कीमत कहीं 150 तो कहीं 120 रुपए मांगी जा रही है। ऐसे में लोगों के पास बढ़ती कीमत वाले पेयजल खरीदने के अलावा और कोई चारा नहीं है।
बताया जा रहा है कि ये हालात केवल सिल्चर का नहीं है जहां पेयजल इतनी कीमती मिल रहे है, हर जगह लगभग हालात ऐसे ही है।
असम को पेयजल भेजेगा मिजोरमः सीएम ने रविवार को ट्वीट कर कहा
गैरतलब है कि मिजोरम सरकार ने बाढ़ से प्रभावित असम को पेयजल उपलब्ध कराने का फैसला किया था और इसको लेकर सीएम जोरामथांगा ने एक ट्वीट भी किया था। मुख्यमंत्री जोरामथांगा ने रविवार को असम के अपने समकक्ष हेमंत बिस्व सरमा से फोन पर बाढ़ की स्थिति पर चर्चा की और पड़ोसी राज्य में प्रभावित इलाकों तक पेयजल भेजने की योजना बनाई थी।
वहीं सरमा ने इसके लिए जोरामथांगा का आभार व्यक्त किया और कहा कि वह कछार के उपायुक्त से बात करेंगे और अधिकारी को मिजोरम से आने वाले पेयजल का वितरण करने की व्यवस्था करने को भी कहेंगे।