गुवाहाटी : असम से एक चौंकाने वाली घटना सामने आ रही है । कांग्रेस विधायक रूपज्योति कुर्मी, उनके सुरक्षा अधिकारी, पुलिसकर्मी, पत्रकार और अन्य सभी गुरुवार को असम के जोरहाट जिले के देसोई घाटी जंगल के गांव के दौरे पर थे और इस दौरान वह भारी गोलीबारी की चपेट में आ गए ।
इस घटना का एक वीडियो सामने आ रहा है। उस में दिखाया गया है कि कांग्रेस विधायक और अन्य लोग जंगल में छिपने के लिए दौड़ रहे थे और उन पर गोलियां चलाई गई । गनीमत यह थी कि घटना में किसी को चोट नहीं आई ।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार जिस विवादित क्षेत्र में गोलीबारी की घटना हुई । वह जोरहाट जिले के मरियानी थाना क्षेत्र के देसोई घाटी रिजर्व फॉरेस्ट के बनगांव और सोनपुर गांव और नागालैंड के मोकोकचुंग जिले के मंगकोलेम्बो सर्कल के अंतर्गत चांगकी गांव के बीच आता है । विधायक को खबर मिली थी कि इस क्षेत्र में नागालैंड के कुछ लोग जमीन पर कब्जा कर रहे थे । इसी संदर्भ में विधायक और अन्य क्षेत्र का दौरा कर रहे थे।
अधिकारियों ने पीटीआई को बताया कि जब कुर्मी और टीम आ रही थी । तब बदमाशों ने साइट पर आने से रोकने के लिए हवा में गोलियां चलाई । जब वे नहीं रुके तो नागालैंड के लोगों ने कुर्मी और अन्य को निशाना बनाते हुए कई राउंड फायरिंग की । हालांकि सौभाग्य से गोलियां उन्हें नहीं लगी । एक अधिकारी ने पुष्टि की कि हमलावर बहुत आक्रमक थे और जब गोलीबारी शुरू हुई तो कुर्मी और अन्य पीछे हट गए ।
असम विधायक रूपज्योति ने घटना के बारे में पीटीआई को बताया कि मीडिया ने लगभग 3 दिन पहले बताया कि नागा लोगों ने वन भूमि पर कब्जा कर लिया है, पेड़ काट दिए, घर बनाए और सौर पैनल लगाए । स्थानीय असमिया ग्रामीणों ने कहा कि एसपी ने जोरहाट का दौरा किया, लेकिन कुछ नहीं किया ।
इसके बाद कुर्मी ने कहा कि उनलोगों ने जैसे उन्होंने हमें देखा । उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी । आज मैं शहीद हो गया होता, अगर मेरी किस्मत ने मेरा साथ नहीं दिया होता । सरकार को असम की जमीन की रक्षा करनी चाहिए । डीजीपी भास्कर ज्योति मंहत और मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव जयंत मल्ला बरुआ ने कुर्मी से बात की और उन्हें जमीनी स्थिति से अवगत कराया गया है ।