असम में कांग्रेस विधायक और मीडियाकर्मियों पर चली गोली , देसोई घाटी गांव के दौरे पर थे नेता
By दीप्ती कुमारी | Updated: May 28, 2021 08:40 IST2021-05-28T08:40:11+5:302021-05-28T08:40:11+5:30
असम के देसोई घाटी के एक गांव का दौरा करने गए कांग्रेस विधायक रूपज्योति , मीडियाकर्मी, उनके सुरक्षा अधिकारी, पुलिस अधिकारी और पत्रकार पर कुछ लोगों ने भारी गोलीबारी की ।

फोटो सोर्स - सोशल मीडिया
गुवाहाटी : असम से एक चौंकाने वाली घटना सामने आ रही है । कांग्रेस विधायक रूपज्योति कुर्मी, उनके सुरक्षा अधिकारी, पुलिसकर्मी, पत्रकार और अन्य सभी गुरुवार को असम के जोरहाट जिले के देसोई घाटी जंगल के गांव के दौरे पर थे और इस दौरान वह भारी गोलीबारी की चपेट में आ गए ।
इस घटना का एक वीडियो सामने आ रहा है। उस में दिखाया गया है कि कांग्रेस विधायक और अन्य लोग जंगल में छिपने के लिए दौड़ रहे थे और उन पर गोलियां चलाई गई । गनीमत यह थी कि घटना में किसी को चोट नहीं आई ।
Horrific scenes: criminals from Nagaland side firing at Assam MLA Rupjyoti Kurmi at Assam Nagaland border today. Miscreants targeting Moriyoni MLA fired around 50 rounds of bullets. Several hectares land of Assam has already been occupied by Naga encroachers. pic.twitter.com/tPCJf22SXH
— Nandan Pratim Sharma Bordoloi 🇮🇳 (@NANDANPRATIM) May 27, 2021
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार जिस विवादित क्षेत्र में गोलीबारी की घटना हुई । वह जोरहाट जिले के मरियानी थाना क्षेत्र के देसोई घाटी रिजर्व फॉरेस्ट के बनगांव और सोनपुर गांव और नागालैंड के मोकोकचुंग जिले के मंगकोलेम्बो सर्कल के अंतर्गत चांगकी गांव के बीच आता है । विधायक को खबर मिली थी कि इस क्षेत्र में नागालैंड के कुछ लोग जमीन पर कब्जा कर रहे थे । इसी संदर्भ में विधायक और अन्य क्षेत्र का दौरा कर रहे थे।
अधिकारियों ने पीटीआई को बताया कि जब कुर्मी और टीम आ रही थी । तब बदमाशों ने साइट पर आने से रोकने के लिए हवा में गोलियां चलाई । जब वे नहीं रुके तो नागालैंड के लोगों ने कुर्मी और अन्य को निशाना बनाते हुए कई राउंड फायरिंग की । हालांकि सौभाग्य से गोलियां उन्हें नहीं लगी । एक अधिकारी ने पुष्टि की कि हमलावर बहुत आक्रमक थे और जब गोलीबारी शुरू हुई तो कुर्मी और अन्य पीछे हट गए ।
असम विधायक रूपज्योति ने घटना के बारे में पीटीआई को बताया कि मीडिया ने लगभग 3 दिन पहले बताया कि नागा लोगों ने वन भूमि पर कब्जा कर लिया है, पेड़ काट दिए, घर बनाए और सौर पैनल लगाए । स्थानीय असमिया ग्रामीणों ने कहा कि एसपी ने जोरहाट का दौरा किया, लेकिन कुछ नहीं किया ।
इसके बाद कुर्मी ने कहा कि उनलोगों ने जैसे उन्होंने हमें देखा । उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी । आज मैं शहीद हो गया होता, अगर मेरी किस्मत ने मेरा साथ नहीं दिया होता । सरकार को असम की जमीन की रक्षा करनी चाहिए । डीजीपी भास्कर ज्योति मंहत और मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव जयंत मल्ला बरुआ ने कुर्मी से बात की और उन्हें जमीनी स्थिति से अवगत कराया गया है ।