मध्य प्रदेश, यूपी, हरियाणा के बाद अब इस राज्य में भी नाइट कर्फ्यू, 31 दिसंबर की रात मिलेगी छूट
By विनीत कुमार | Updated: December 25, 2021 16:52 IST2021-12-25T16:29:31+5:302021-12-25T16:52:36+5:30
असम की हेमंत बिस्वा सरकार ने ओमीक्रोन के खतरे के बीच राज्य में नाइट कर्फ्यू लगाने का ऐलान किया है। ये कर्फ्यू रात 11.30 बजे से सुबह 6 बजे तक रहेगा।

असम में नाइट कर्फ्यू का ऐलान (प्रतीकात्मक तस्वीर)
भारत में कोरोना वायरस के ओमीक्रोन वेरिएंट के बढ़ते मामलों के बीच असम की सरकार ने नाइट कर्फ्यू का ऐलान कर दिया है। यह नाइट कर्फ्यू रात 11.30 बजे से सुबह 6 बजे तक लागू रहेगा। हालांकि, नए साल की पूर्व संध्या पर 31 दिसंबर को इस कर्फ्यू से छूट दी गई है।
असम में रात 10.30 तक बंद हो जाएंगी दुकानें
असम की सरकार की ओर से जारी जारी नई गाइडलाइन के अनुसार राज्य. में सभी होटेल, रेस्तरां, अन्य दुकान और संस्थान आदि रात 10.30 बजे तक बंद हो जाएंगे। जरूरी सेवाओं को नाइट कर्फ्यू से छूट दी गई है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री केशव महंता ने ये घोषणा की।
असम में शुक्रवार को कोरोना के कुल मामले बढ़कर 6,20,025 हो गए थे। राज्य में 93 नए मामले दर्ज किए गए जबकि दो लोगों की महामारी से मौत हो गई। इससे राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या बढ़कर 6,155 पहुंच गई है।
मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और हरियाणा में नाइट कर्फ्यू
इससे पहले मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और हरियाणा की सरकारों ने नाइट कर्फ्यू का ऐलान कर दिया है। यूपी में शनिवार रात से नाइट कर्फ्यू लागू रहेगा। इन सभी राज्यों में रात 11 से सुबह 5 बजे तक कर्फ्यू रहेगा। वहीं, गुजरात के आठ शहरों में पाबंदिया बढ़ाई गई हैं।
गुजरात के अहमदाबाद, सूरत, राजकोट, वडोदरा, जूनागढ़, जामनगर, भावनगर और गांधीनगर में 25 दिसंबर से देर रात एक बजे से सुबह पांच बजे के बजाय रात 11 बजे से सुबह पांच बजे तक कर्फ्यू लागू रहेगा। महाराष्ट्र में भी रात में 5 से अधिक लोगों के एक जगह जमा होने पर रोक लगाने के निर्देश जारी किए गए हैं।
बता दें कि भारत में अभी तक कोरोना वायरस के ओमीक्रोन वेरिएंट के कुल 415 मामले सामने आ चुके हैं। इसमें से 115 लोग स्वस्थ हो चुके हैं या देश छोड़कर चले गए हैं। ओमीक्रोन के सबसे अधिक 108 मामले महाराष्ट्र में अभी तक सामने आए हैं। इसके बाद दिल्ली में 79, गुजरात में 43, तेलंगाना में 38, केरल में 37, तमिलनाडु में 34 और कर्नाटक में 31 मामले सामने आए हैं।