असम: थाना जलाने के आरोपी की कथित तौर पर हिरासत से भागने के दौरान पुलिस की गाड़ी से कुचलकर मौत

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: May 30, 2022 11:09 IST2022-05-30T10:50:23+5:302022-05-30T11:09:15+5:30

नगांव की एसपी लीना डोले ने कहा कि तलाशी अभियान समाप्त होने के बाद वापस रास्ते में उसने कार से भागने की कोशिश की और पीछे चल रहा काफिले का वाहन गलती से उसके ऊपर चढ़ गया। अस्पताल में उसे मृत घोषित कर दिया गया।

Assam: Accused of burning police station dies after being crushed to death by police vehicle allegedly while escaping from custody | असम: थाना जलाने के आरोपी की कथित तौर पर हिरासत से भागने के दौरान पुलिस की गाड़ी से कुचलकर मौत

असम: थाना जलाने के आरोपी की कथित तौर पर हिरासत से भागने के दौरान पुलिस की गाड़ी से कुचलकर मौत

Highlightsहिरासत में मछली व्यापारी की मौत के बाद भीड़ ने थाने में आग लगा दी थी।दिसंबर 2021 में लिंचिंग के मुख्य आरोपी नीरज दास की इसी तरह से मौत हो गई थी।पिछले 24 घंटों में, दो लोग पुलिस की कार्रवाई में हिरासत से बचने की कोशिश में घायल हो गए हैं।

नगांव (असम): पिछले हफ्ते असम के नगांव जिले के बटाद्रवा पुलिस स्टेशन में आगजनी के लिए लोगों के उकसाने के कथित मुख्य आरोपी की कथित तौर पर पुलिस हिरासत से भागने की कोशिश में एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। इस मामले में तीन पुलिसकर्मी भी घायल हो गए।

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, नगांव की पुलिस अधीक्षक (एसपी) लीना डोले ने कहा कि रविवार को पुलिस ने आरोपी आशिकुल इस्लाम के खिलाफ मामला दर्ज किया और हम उसे पूछताछ के लिए ले गए। पूछताछ के दौरान आशिकुल ने स्वीकार किया था कि उसने अपने घर में हथियार रखे थे।

डोले ने कहा कि तो हमारी टीम हथियारों की तलाश में निकल गई। तलाशी अभियान समाप्त होने के बाद वापस रास्ते में उसने कार से भागने की कोशिश की और पीछे चल रहा काफिले का वाहन गलती से उसके ऊपर चढ़ गया। अस्पताल में उसे मृत घोषित कर दिया गया।

बता दें कि, पुलिस स्टेशन में आग लगाने के मामले में पहले ही पुलिस ने पहले ही 11 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है जिसमें हिरासत में मौत के पीड़ित की पत्नी और नाबालिग बेटी शामिल हैं। सफीकुल की पत्नी सहित पांच लोगों के खिलाफ यूएपीए की धाराएं लगाई गई थीं।  इसके साथ ही घटना में शामिल लोगों के घरों पर बुलडोजर भी चला दिया गया था।

पहले भी हिरासत के दौरान भागने में आरोपियों की मौत हुई

इससे पहले दिसंबर 2021 में जोरहाट में एक छात्र नेता की लिंचिंग के मुख्य आरोपी नीरज दास की इसी तरह से मौत हो गई थी। वह कथित तौर पर हिरासत से बचने की कोशिश कर रहा था, तब एक पुलिस वाहन ने उसे कुचल दिया था।

वहीं, पिछले 24 घंटों में, दो लोग (बिश्वनाथ जिले का एक गैंडा शिकारी और कार्बी आंगलोंग जिले में एक कथित बलात्कारी) पुलिस की कार्रवाई में हिरासत से बचने की कोशिश में घायल हो गए हैं।

क्या है मामला?

बता दें कि, एक 39 वर्षीय मछली व्यापारी सफीकुल इस्लाम की हिरासत में मौत के एक कथित मामले के बाद सलोनाबोरी गांव के लगभग 40 लोगों की भीड़ ने एक सप्ताह पहले शनिवार दोपहर ढिंग क्षेत्र में बटाद्रवा पुलिस स्टेशन के एक हिस्से में आग लगा दी थी।

व्यापारी के परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उसकी रिहाई के लिए रिश्वत के तौर पर 10,000 रुपये और एक बत्तख की मांग की थी और व्यापारी की पत्नी सुबह एक बत्तख लेकर थाने गई थी।

Web Title: Assam: Accused of burning police station dies after being crushed to death by police vehicle allegedly while escaping from custody

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