एएसईआर रिपोर्ट: ग्रामीण भारत के 36 फीसदी बच्चों को देश की राजधानी नहीं पता
By भारती द्विवेदी | Updated: January 16, 2018 19:32 IST2018-01-16T19:02:11+5:302018-01-16T19:32:41+5:30
ये रिपोर्ट 24 राज्यों के 28 जिलों में किए गए सर्वे के आधार पर तैयार किया गया है।

एएसईआर रिपोर्ट: ग्रामीण भारत के 36 फीसदी बच्चों को देश की राजधानी नहीं पता
ग्रामीण भारत की शिक्षा बदहाली पर एक रिपोर्ट आई है। ये रिपोर्ट 24 राज्यों के 28 जिलों में किए गए सर्वे के आधार पर तैयार किया गया है। 'द सर्वे फॉर एनुअल स्टेटस ऑफ एजुकेशन रिपोर्ट फॉर रूरल इंडिया' की ये सर्वे रिपोर्ट काफी चौकाने वाली है।
रिपोर्ट में क्या कहा गया है
- देश में 14 से 16 साल के बच्चों में करीब-करीब एक चौथाई बच्चे अपनी भाषा को फ्लुएंटली नहीं पढ़ सकते हैं।
- वहीं 57 फीसदी बच्चे को आसान गुण-भाग भी नहीं आता।
- 14 फीसदी बच्चों को जब भारत का नक्शा दिखाया गया तो उन्हें नक्शे के बारे में कुछ पता ही नहीं है।
- 36 फीसदी बच्चों को अपने देश की राजधानी का नाम नहीं पता।
- 21 फीसदी बच्चों को अपने राज्य के बारे में कुछ भी नहीं पता है।
- 40 फीसदी बच्चों को घंटा और मिनट के बारे में नहीं पता।
- 44 फीसदी बच्चे किलोग्राम को वजन में नहीं बता पाए।
इस रिपोर्ट पर मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यम ने चिंता जताते हुए कहा- 'ये रिपोर्ट बताता है कि वाकई में ग्रामीण शिक्षा की स्थिति क्या है और हमें इसमें और क्या करने की जरूरत है।' इसके अलावा उन्होंने बताया कि 14 की आयु तक लड़का और लड़की के एडमिशन में किसी तरह का कोई अंतर नहीं है लेकिन 18 वर्ष तक आते ही 32 फीसदी लड़कियां आगे की पढ़ाई छोड़ रही हैं जबकि उसकी तुलना में 28 फीसदी लड़के आगे की पढ़ाई नहीं कर रहे।
इस सर्वे में दो हजार वॉलिंटियर्स ने 35 पार्टनर संस्थानों के साथ मिलकर काम किया है। इनकी टीम 1641 गांवों के 25 हजार घरों में गए। जहां उन्होंने ने 30 हजार युवा से सवाल किए गए हैं। बच्चों से बहुत ही सिंपल सवाल किए गए थे। जैसे- पैसे की गिनती, वजन और समय की जानकारी वगैरह। एक चौथाई बच्चे पैसों की गिनती नहीं बता पाए।