जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट लगातार चर्चा का विषय बने हुए हैं। इस बीच गहलोत ने मंगलवार को संवाददाताओं से कहा कि अगर वह (सचिन पायलट) पार्टी में हैं तो ऐसा (मिलकर काम) क्यों नहीं करेंगे। उन्होंने आगे कहा, "मेरे लिए पद महत्वपूर्ण नहीं है, मैं तीन बार मुख्यमंत्री रह चुका हूं। आज मेरा कर्तव्य है कि मैं वह काम करूं जो आलाकमान चाहता है जो चुनाव जीतना है।"
अपनी बात को जारी रखते हुए अशोक गहलोत ने कहा, "आप विश्वास देकर विश्वास जीतते हैं। सब साथ चलेंगे तो हमारी सरकार फिर से बनेगी। अगर आप पार्टी के प्रति वफादार रहेंगे तो जैसा कि सोनिया गांधी ने अधिवेशन में कहा था कि धैर्य रखने वाले को एक न एक दिन मौका जरूर मिलता है।" इससे पहले गहलोत और पायलट की कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास 10 राजाजी मार्ग पर हुई करीब चार घंटे अलग-अलग बैठक हुई।
गहलोत शाम करीब छह बजे खड़गे के आवास पर आए और उनके करीब दो घंटे बाद पायलट वहां पहुंचे। गहलोत और पायलट कांग्रेस के संगठन महासचिव के साथ मीडिया से मुखातिब हुए। लंबे समय बाद दोनों नेता एक साथ मीडिया के सामने नजर आए।
इससे पहले कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा था, "राजस्थान विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने अशोक गहलोत जी और सचिन पायलट जी के साथ मंत्रणा की। हमने फैसला किया है कि कांग्रेस एकजुट होकर यह चुनाव लड़ेगी। दोनों (गहलोत और पायलट) सहमत हैं कि कांग्रेस को एकजुट होकर चुनाव मैदान में उतरना चाहिए और राजस्थान में हम निश्चित तौर पर चुनाव जीतेंगे।"