अशोक गहलोत ने कहा, "गांधी परिवार ने कांग्रेस अध्यक्ष पद का त्याग करके महानता का प्रदर्शन किया है"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: October 16, 2022 09:37 PM2022-10-16T21:37:50+5:302022-10-16T21:41:45+5:30
कांग्रेस अध्यक्ष पद से दूरी बनाने वाले गांधी परिवार की प्रशंसा करते हुए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि उसके लिए बहुत बड़ा हृदय होना चाहिए।
जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर गांधी परिवार के त्याग का जिक्र करते हुए कहा कि अध्यक्ष पद ठुकराकर जिस तरह का आदर्श प्रस्तुत किया है, वो हर कांग्रेसी के लिए किसी मिसाल से कम नहीं है।
पार्टी अध्यक्ष पद से दूरी बननाे वाले गांधी परिवार की प्रशंसा करते हुए अशोक गहलोत ने कहा कि उसके लिए बहुत बड़ा हृदय होना चाहिए। सीएम गहलोत ने कहा कि कांग्रेस के सभी नेता और कार्यकर्ता इस चुनाव में हिस्सा लेंगे और सभी में इस चुनाव के लिए बहुत उत्साह है।
अशोक गहलोत ने जयपुर में कहा, "हम सब इस अध्यक्ष पद के चुनाव का हिस्सा बनेंगे। सभी के अंदर चुनाव को लेकर उत्साह है। यह एक नई शुरूआत होगी। सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने बहुत बड़ा त्याग किया यह कह कर कि कांग्रेस के परिवार से कोई भी अध्यक्ष नहीं बनेगा, यह कहने के लिए हिम्मत चाहिए।"
हम सब इस अध्यक्ष पद के चुनाव का हिस्सा बनेंगे, सभी के अंदर चुनाव को लेकर उत्साह है। यह एक नई शुरूआत होगी... सेनिया गांधी और राहुल ने बहुत बड़ा त्याग किया यह कह कर कि कांग्रेस के परिवार से कोई भी अध्यक्ष नहीं बनेगा, यह कहने के लिए हिम्मत चाहिए: राजस्थान CM अशोक गहलोत, जयपुर pic.twitter.com/VWLWs1Zki9
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 16, 2022
मालूम हो कि सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए वोटिंग होने वाला है। इस पद के लिए तिरुवनंतपुरम से लोकसभा सांसद शशि थरूर और मल्लिकार्जुन खड़गे आमने-सामने हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष पद की रेस में अशोक गहलोत भी शामिल थे लेकिन राजस्थान में हुई बगावत के कारण उन्हें पैर पीछे खींचना पड़ा था। माना जा रहा था कि अशोक गहलोत को कांग्रेस आलाकमान का वरदस्त प्राप्त था लेकिन चूंकि उनके खेमे के विधायकों और मंत्रियों ने सचिन पायलट के नाम पर बगावत कर दी थी।
गहलोत खेमे के विधायकों की मांग थी कि अशोक गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष पद के साथ-साथ सीएम पद भी संभालें। इसके साथ ही गहलोत कैंप के विधायक और मंत्री सचिन पायलट के बिल्कुल खिलाफ थे। इस कारण कांग्रेस आलाकमान बहुत असमंजस की स्थिति में आ गया था। इस कारण अशोक गहलोत को कांग्रेस अध्यक्ष पद की रेस से बाहर होना पड़ा था।
राजस्थान विवाद को सुलझाने के लिए गये कांग्रेस के दो पर्यवेक्षकों मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय माकन ने कांग्रेस आलाकमान से गहलोत खेमे के विधायकों और मंत्रियों के खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा की थी, जो कांग्रेस की अंतरिम प्रमुख सोनिया गांधी के यहां लंबित है।