सीएम चंद्रबाबू नायडू की मुलाकातों पर बोले असदुद्दीन ओवैसी, 'गुजरात दंगों के वक्त थे बीजेपी के साथ'
By पल्लवी कुमारी | Published: November 2, 2018 01:37 AM2018-11-02T01:37:12+5:302018-11-02T01:37:12+5:30
आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने से केंद्र के इनकार के बाद इस साल के शुरू में एनडीए से अलग होकर एन चंद्रबाबू नायडू बीजेपी पार्टी के खिलाफ एकजुटता के साथ लड़ने के लिए गैर-बीजेपी दलों के नेताओं से बातचीत कर गठबंधन में लगे हैं।
एमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने विपक्षी गठबंधन के वास्ते पहल करने के लिए आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू की साख पर गुरूवार को सवाल उठाते हुए कहा कि वह हाल तक और 2002 के ‘‘गुजरात दंगों’’ के दौरान भाजपा के एक समर्थक थे।
उन्होंने कहा कि नायडू की तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) उस समय नरेन्द्र मोदी सरकार का हिस्सा थी जब छात्र रोहित वेमुला, मोहम्मद अखलाक (लिंचिंग पीड़ित) की मौत हुई।
ओवैसी ने ट्वीट किया,‘‘2002 में गुजरात दंगों के समय एनसीबीएन ने भाजपा का समर्थन किया। जब अखलाक, रोहित, जुनैद, अलीमुद्दीन की हत्या की गई तो उस समय वह पीएमओ इंडिया कैबिनेट के एक हिस्सा थे, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में उनके पहले के कार्यकाल के दौरान कई सांप्रदायिक दंगे हुए, मुठभेड़ में अजीज और आजम की हत्या हुई और अब वह धर्मनिरपेक्षता के रक्षक है। वाह।’’
@ncbn supported BJP when Gujrat Pogrom happened in 2002,was part of @PMOIndia cabinet while Akhlaq,pahlu khan,Rohit,JUNAID,Aleemuddin where murdered,during his tenure as CM erstwhile AP many communal riots happened,AZIZ & AZAM killed in encounter NOW Saviour of Secularism WAH https://t.co/6REDz9AgdE
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) November 1, 2018
तीसरे मोर्चे को एकजुट करने में लगे हैं नायडू
आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने से केंद्र के इनकार के बाद इस साल के शुरू में एनडीए से अलग होकर नायडू बीजेपी पार्टी के खिलाफ एकजुटता के साथ लड़ने के लिए गैर-बीजेपी दलों के नेताओं से बातचीत कर गठबंधन में लगे हैं। नायडू ने गुरूवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और राकांपा के प्रमुख शरद पवार से दिल्ली में मुलाकात की।
इसके साथ ही उन्होंने समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव और सपा के मुखिया अखिलेश यादव से भी मुलाकात की। इससे पहले नायडू 27 अक्टूबर को बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती, जम्मू कश्मीर नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के अध्यक्ष फारुक अब्दुल्ला, और पूर्व भाजपा नेता यशवंत सिन्हा से भेंट की थी।
(समाचार एजेंसी भाषा इनपुट के साथ)