'भाजपा लोकतांत्रिक संस्थाओं को कुचलकर देश को गुलाम बनाना चाहती है?' बीबीसी के खिलाफ आईटी विभाग के सर्वे पर बोले केजरीवाल
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: February 15, 2023 13:39 IST2023-02-15T13:28:31+5:302023-02-15T13:39:00+5:30
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जो भी भाजपा के खिलाफ बोलता है उसके पीछे ये लोग आईटी , सीबीआई और ईडी को छोड़ देते हैं।’’ उन्होंने सवाल किया कि क्या भाजपा देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था और संस्थाओं को कुचलकर पूरे देश को अपना गुलाम बनाना चाहती है?

'भाजपा लोकतांत्रिक संस्थाओं को कुचलकर देश को गुलाम बनाना चाहती है?' बीबीसी के खिलाफ आईटी विभाग के सर्वे पर बोले केजरीवाल
नयी दिल्लीः बीबीसी के दफ्तरों में सर्वे के लिए आयकर विभाग के पहुंचने को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है और उसकी स्वतंत्रता पर हमला जनता की आवाज दबाने के बराबर है। गौरतलब है कि आयकर विभाग ने मंगलवार को कथित कर अपवंचना की जांच के तहत दिल्ली और मुंबई में बीबीसी के कार्यालयों तथा दो अन्य संबंधित स्थानों पर ‘सर्वे ऑपरेशन’ चलाया जो बुधवार भी जारी रहा।
अरविंद केजरीवाल ने बुधवार एक ट्वीट में में कहा, ‘‘मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ है। मीडिया की स्वतंत्रता पर हमला जनता की आवाज दबाने के बराबर है। जो भी भाजपा के खिलाफ बोलता है उसके पीछे ये लोग आईटी , सीबीआई और ईडी को छोड़ देते हैं।’’ उन्होंने सवाल किया कि क्या भाजपा देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था और संस्थाओं को कुचलकर पूरे देश को अपना गुलाम बनाना चाहती है?
मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ है, मीडिया की स्वतंत्रता पर हमला जनता की आवाज़ दबाने के बराबर है। जो भी भाजपा के ख़िलाफ़ बोलता है उसके पीछे ये लोग IT, CBI और ED को छोड़ देते हैं।
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) February 15, 2023
क्या भाजपा देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था और संस्थाओं को कुचलकर पूरे देश को अपना गुलाम बनाना चाहती है?
आईटी विभाग के सर्वे को लेकर भाजपा और विपक्षी दलों के बीच तीखी राजनीतिक बहस भी शुरु हो गई। विपक्ष ने इस कदम की जहां निंदा की वहीं भाजपा ने बीबीसी पर भारत के खिलाफ ‘जहरीली’ रिपोर्टिंग करने का आरोप लगाया। ‘बीबीसी (ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन) इंडिया’ के खिलाफ आयकर विभाग का ‘सर्वे ऑपरेशन’ बुधवार को लगातार दूसरे दिन भी जारी रहा और ऐसा माना जा रहा है कि आयकर विभाग के अधिकारी संगठन के इलेक्ट्रॉनिक एवं कागज आधारित वित्तीय आंकड़ों की प्रतियां बना रहे हैं।
इस घटनाक्रम से अवगत अधिकारियों ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि आयकर विभाग के कर्मचारी मंगलवार को पूर्वाह्न करीब साढ़े 11 बजे बीबीसी के कार्यालय पहुंचे और वे अब भी वहां मौजूद हैं। कर अधिकारी बीबीसी के वित्त और कुछ अन्य विभागों के कर्मचारियों से बात कर रहे हैं, जबकि अन्य कर्मचारियों एवं संवाददाताओं को मंगलवार रात जाने की अनुमति दे दी गई थी।
अधिकारियों ने बताया कि कुछ कंप्यूटर और मोबाइल फोन के ‘क्लोन’ बनाए गए हैं। बीबीसी द्वारा दो-भाग वाले वृत्तचित्र ‘इंडिया: द मोदी क्वेश्चन’ को प्रसारित किए जाने के कुछ सप्ताह बाद यह औचक कार्रवाई हुई।