अरुणाचल प्रदेश के जाने माने पत्रकार तारो चातुंग का निधन, ‘न्यूज एंड व्यूज’ कार्यक्रम ने तोड़े थे सारे रिकॉर्ड
By भाषा | Updated: October 26, 2019 19:41 IST2019-10-26T19:41:16+5:302019-10-26T19:41:16+5:30
तारो चातुंग के ‘न्यूज एंड व्यूज’ कार्यक्रम ने व्यूअरशिप के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिये थे। राज्य में चातुंग को 'इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का जनक' कहा जाता है।

पत्रकार तारो चातुंग का निधन (फाइल फोटो)
अरुणाचल प्रदेश में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के अगुवा माने जाने वाले पत्रकार तारो चातुंग का लंबी बीमारी के बाद ईटानगर के एक अस्पताल में निधन हो गया। उनके पारिवारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। चातुंग 57 वर्ष के थे और उनके परिवार में पत्नी, तीन बेटे और एक बेटी है।
लोगों के अंतिम दर्शन के लिये चातुंग के पार्थिव शरीर को उनके घर ले जाया गया जिसके बाद उन्हें अरुणाचल प्रेस क्लब ले जाया गया, जहां पत्रकारों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। बाद में उसे लोवर सुबनसिरी जिले के जीरो स्थित उनके पैतृक गांव ले जाया गया जहां रविवार को उनका अंतिम संस्कार किया जायेगा।
चातुंग के ‘न्यूज एंड व्यूज’ कार्यक्रम ने व्यूअरशिप के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिये थे। राज्य में चातुंग को 'इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का जनक' कहा जाता है। उनके निधन पर मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने शोक जताते हुए कहा, 'चातुंग सर अब हमारे बीच नहीं रहे, यह जानकर बहुत दुखी हूं। हमलोग डीडी के ईटानगर पर हर शाम उनके ‘न्यूज एंड व्यूज’ को देख-देखकर बड़े हुए हैं। पत्रकारों के मार्गदर्शक के तौर पर वह अपने पीछे वो खालीपन छोड़ गये हैं जिसे भरना असंभव है।'
खांडू ने 'राज्य के ऐतिहासिक एवं राजनीतिक ज्ञान' के लिये चातुंग की प्रशंसा की और उन्हें एक ऐसा व्यक्ति बताया जो 'जमीन से जुड़े हुए, गंभीर, स्पष्टवादी, ईमानदार और हाजिर जवाब' थे। खांडू ने कहा, 'जो बात दिवंगत चातुंग सर को खास बनाती है वह है काम के प्रति उनका अत्यंत लगाव और समर्पण। वह सच को दिखाने के लिये किसी भी हद तक जा सकते थे और उसे लोगों के सामने पेश करते थे।'
मुख्यमंत्री ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश चातुंग का हमेशा आभारी रहेगा 'जिन्होंने प्रतिष्ठित सरकारी नौकरी को चुनने के बजाय मीडिया को अपना पेशा चुना और राज्य में इसके अगुवा बने।' अरुणाचल प्रदेश में हिंदी बोली जाती है और चातुंग राज्य में ऐसे पहले व्यक्तियों में से एक थे जिन्होंने हिंदी फीचर फिल्म का निर्देशन और निर्माण किया।