भारत की चीन को दो टूक, कहा- उसको हमारे आंतरिक मामलों पर टिप्पणी करने का कोई अधिकार नहीं
By रामदीप मिश्रा | Published: October 15, 2020 05:57 PM2020-10-15T17:57:53+5:302020-10-15T17:57:53+5:30
चीन ने कहा है कि वह भारत के अवैध रूप से स्थापित लद्दाख केंद्र शासित प्रदेश को मान्यता नहीं देता है। चीन इस क्षेत्र में बुनियादी ढांचे के निर्माण का विरोध करता है। दरअसल, चीन से लगे 7 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में 44 नए पुल बनाए जाने से ड्रैगन बौखलाया हुआ है।
नई दिल्लीः भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने चीन को दो टूक कहा है कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भारत के अभिन्न अंग हैं और रहेंगे। चीन को भारत के आंतरिक मामलों पर टिप्पणी करने का कोई अधिकार नहीं है। हम उम्मीद करते हैं कि भारत के आंतरिक मामलों पर टिप्पणी नहीं करेंगे, जैसा कि वे दूसरों से इस तरह की उम्मीद करते हैं।
उन्होंने कहा कि अरुणाचल प्रदेश भी भारत का एक अभिन्न अंग है, यह भी कई स्तर पर चीन को स्पष्ट किया गया है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि सरकार ने लोगों की आजीविका, आर्थिक कल्याण में सुधार के लिए बुनियादी ढांचा बनाने पर ध्यान केंद्रित किया। आर्थिक विकास के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों के विकास और भारत की सुरक्षा, रणनीतिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए सरकार ने विशेष ध्यान दिया हैं।
Arunachal Pradesh is also an integral part of India, this fact has also been clearly conveyed to the Chinese side on several occasions, including at the highest level: Anurag Srivastava, Ministry of External Affairs (MEA) https://t.co/623BSP8PaS
— ANI (@ANI) October 15, 2020
आपको बता दें, चीन ने कहा है कि वह भारत के अवैध रूप से स्थापित लद्दाख केंद्र शासित प्रदेश को मान्यता नहीं देता है। चीन इस क्षेत्र में बुनियादी ढांचे के निर्माण का विरोध करता है। दरअसल, चीन से लगे 7 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में 44 नए पुल बनाए जाने से ड्रैगन बौखलाया हुआ है। उसे भारत के विकास पसंद नही आ रहा है।
चीनी प्रवक्ता झाओ लिजिन का कहना है कि किसी भी पक्ष को इलाके में ऐसा कोई कदम नहीं उठाना चाहिए जिससे स्थिति जटिल हो जाए।