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अनुच्छेद 370: मध्य प्रदेश में भाजपा ने मीडिया प्रवक्ताओं पर लगाई रोक, दिग्विजय सिंह ने कहा- देश में तानाशाही की आहट

By लोकमत समाचार ब्यूरो | Updated: August 6, 2019 04:02 IST

प्रदेश भाजपा ने आदेश जारी कर कहा है कि कोई भी प्रवक्ता, नेता और पैनलिस्ट मीडिया से जम्मू-कश्मीर, आंतकवाद और हिन्दू मुस्लिम संबंधों पर चर्चा ना करे.

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मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने को लेकर ट्वीट किया है. शिवराज ने कहा कि राष्ट्र के गौरवशाली इतिहास का ये स्वर्ण पल हमारे मनमस्तिष्क में हमेशा अंकित हो जाएगा. आज जन संघ के समय से संजोया हुआ करोड़ों भारतीयों का सपना साकार हुआ है.

शिवराज ने ट्वीट किया एक सपना था जो साकार हुआ है, एक संकल्प था जो पूरा हुआ है. एक देश में दो विधान, दो प्रधान, दो निशान नहीं चलेंगे. आज श्रद्धेय श्यामाप्रसाद मुखर्जी व दीनदयाल उपाध्याय एवं हजारों और राष्ट्रभक्तों का सपना पूरा हुआ. हम उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाने देंगे. चौहान ने दूसरे ट्वीट में लिखा 'आर्टिकल 370 की समाप्ति देश के लिए गौरव और उल्लास का प्रतिम क्षण है. गर्व के इस अनूठे पल की देश और देशवासियों को बधाई.'

'भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी भारत को भगवान का वरदान है. ऐसी दृढ़राजनैतिक इच्छा शक्ति के लिए प्रधानमंत्री का अभिनंदन और गृहमंत्री का वरदान हैं. ऐसी दृढ़राजनैतिक इच्छा शक्ति के लिए प्रधानमंत्री का अभिनंदन और गृहमंत्री जी को बधाई. पंडित जवाहरलाल नेहरू द्वारा की गई जम्मू-कश्मीर की भूल को मोदी ने सुधार दी है.' अगले ट्वीट में लिखा कि 'जम्मू-कश्मीर में अब आतंकवाद नहीं बचेगा. यह भ्रष्टाचार से मुक्त होगा और इसका दसों दिशाओं में विकास होगा. सही अर्थों में आज जम्मू-कश्मीर को आजादी मिली है. वहीं शिवराज सिंह ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को धन्यवाद किया है.

एक प्रधानमंत्री की गलती को दूसरे ने सुधारा

जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाने पर बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा है कि देश की जनता ने प्रधानमंत्री मोदी पर विश्वास जताया था. प्रधानमंत्री मोदी का डायनामिक फैसले से पूरे देश में हर्ष की लहर है. उन्होंने कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री की भूल को प्रधानमंत्री मोदी ने सुधार दिया है. उन्होंने कहा कि तुष्टिकरण के कारण एक प्रधानमंत्री ने गलती की थी. दूसरे प्रधानमंत्री ने सुधारा है. जम्मू कश्मीर और लद्दाख के लोगों को आज आजादी मिली है. विजयवर्गीय ने कहा कि देश की जनता का मनोबल बढ़ा है. वहीं विपक्ष के विरोध को लेकर उन्होने कहा कि ये देश में राजनीति करते हैं. और पाकिस्तान के गीत गाते हैं. उन्होने कहा जिन्होंने आज इस फैसले का विरोध किया उन सभी के चेहरे बेनकाब हो गए है. आगे उन्होने कहा कि इसके बाद अब राममंदिर पर काम होगा.

भाजपा ने मीडिया प्रवक्ताओं पर लगाई रोक

मध्यप्रदेश भाजपा ने मीडिया प्रवक्ताओं पर एक माह तक मीडिया से चर्चा करने और टीवी डिबेट में जाने से रोक लगा दी है. भाजपा ने अपने नेताओं और प्रवक्ताओं को मीडिया से चर्चा करने के लिए मना कर दिया है. प्रदेश भाजपा ने आदेश जारी कर कहा है कि कोई भी प्रवक्ता, नेता और पैनलिस्ट मीडिया से जम्मू-कश्मीर, आंतकवाद और हिन्दू मुस्लिम संबंधों पर चर्चा ना करे. हालांकि यह प्रतिबंध कब तक है यह स्पष्ट नही है. भाजपा के मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर ने बताया कि नेतृत्व का निर्देश है कि भाजपा के किसी भी नेता को फिलहाल जम्मू कश्मीर के मुद्दे पर ,आतंकवाद के संबंध में अथवा किसी भी प्रकार के हिंदू- मुस्लिम संबंधों को लेकर मीडिया से कोई चर्चा नहीं करनी है. अभी प्रवक्तागण और पैनलिस्ट भी डिबेट में नहीं जाएंगे. नेतृत्व से प्राप्त इस निर्देश का पालन करना सभी के लिए अनिवार्य है.

देश में तानाशाही की है आहट

मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि जम्मू कश्मीर के लोगों और कश्मीरियत के साथ हम उसी दृढ़ता से खड़े हैं, जितनी दृढ़ता से हम राष्ट्रीय एकता और लोकतंत्र के पक्ष में हैं. देश में तानाशाही की आहट है. खुद सरकार ने भ्रम और आशंका का माहौल बनाया है। दिग्विजय सिंह ने इससे पहले कहा था कि आखिर ऐसा कौन सा पहाड़ टूट पड़ा कि सरकार को सेना भेजना पड़ा. सिंह ने ये कहा था कि कश्मीर में क्या होगा इसकी जानकारी केवल तीन लोगों को थी. प्रधानमंत्री मोदी, अमित शाह और अजीत डोभाल.

अघोषित इमरजेंसी जैसा है फैसला

जम्मू-कश्मीर में धारा 370 को हटाए जाने को लेकर मध्यप्रदेश के लोक निर्माण मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने बड़ा बयान दिया है. सज्जन सिंह वर्मा ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर में भय का महौल बना हुआ है. बहुमत की सरकार है कुछ भी कर सकती है. हम उनका क्या बिगाड़ लेंगे. डर के साए में धारा 370 को हटाने का फैसला लिया गया है. पहले लोकसभा में चर्चा होनी थी, फिर राज्यसभा में प्रस्तुत किया जाना था. नियमानुसार नहीं लिया गया धारा 370 को हटाने का फैसला. देश में भय का माहौल बनाकर जनता पर निर्णय थोपना अघोषित इमरजेंसी के बराबर है.

भाजपा कार्यकर्ताओं ने मनाया जश्न

भाजपा कार्यकर्ताटों ने राजधानी में जश्न मनाया है. पूर्व विधायक सुरेन्द्रनाथ सिंह और भाजपा कार्यकर्ताओं ने जुलूस निकाला और मिठाई बंटवाई. पूर्व विधायक सुरेंद्र नाथ सिंह ने कहा कि अब भोपाल के गुमटी वालों को कश्मीर लेकर जाएंगे. पहले कश्मीर में जगह देखने जाऊंगा. भोपाल में भी इस फैसले को लेकर लोग खुश हैं. न्यू मार्केट टॉप इन टाउन पर संस्कृति बचाओ मंच के कार्यकर्ताओं ने ढ़ोल नगाड़ों की थाप पर जमकर जश्न मनाया. इस अवसर पर बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता एकत्रित हुए थे और एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर बधाई दे रहे थे. राजधानी के अलावा राज्य के दूसरे शहरों में भी भाजपा कार्यकर्ताओं ने जश्न मनाया.

धारा 370 हटने के बाद अलर्ट पर प्रदेश

जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने के बाद राज्य में पुलिस ने अलर्ट किया है. इंटेलिजेंस ने पहले ही सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को निर्देश देकर अलर्ट किया था, मगर आज जब धारा 370 हटाई गई तो पुलिस को शांति भंग करने वालों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दे दिए गए. जिला प्रशासन स्तर पर भी सुरक्षा और कानून व्यवस्था पर नजर रखी जा रही है. वहीं केन्द्र सरकार ने भी प्रदेश सरकार को एडवाइजरी जारी की है.अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक गुप्तवार्ता कैलाश मकवाना ने पुलिस अधीक्षकों को हिदायत दी है कि हाल ही में जम्मू कश्मीर धारा 370 के हटाए जाने को ध्यान में रखकर पूरी तरह से सतर्कता बरती जाए.

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