जम्मू-कश्मीर: राज्य सरकार का दावा, सब कुछ सामान्य
By सुरेश डुग्गर | Published: August 16, 2019 06:52 PM2019-08-16T18:52:42+5:302019-08-16T18:52:42+5:30
मुख्य सचिव ने कहा कि शुक्रवार की नमाज के बाद भी पूरे राज्य में स्थिति सामान्य रही। उन्होंने कहा कि आनेवाले दिनों में और छूट बढ़ाई जाएगी।
राज्य के मुख्य सचिव बीवीआर सुब्रमण्यम ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि सीमापार से होनेवाले आतंकवाद को देखते हुए केंद्र सरकार की तरफ से सावधानी भरे कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में स्थिति पूरी तरह से सामान्य है और अभी तक किसी मौत की खबर नहीं है और न ही किसी के गंभीर तौर पर घायल होने की खबर नहीं है। आनेवाले दिनों में पाबंदियों में छूट दी जाएगी।
मुख्य सचिव ने कहा कि आज शुक्रवार की नमाज के बाद भी पूरे राज्य में स्थिति सामान्य रही। उन्होंने कहा कि आनेवाले दिनों में और छूट बढ़ाई जाएगी। वीकेंड के बाद क्षेत्रवार स्कूल खुलते जाएंगे। सरकारी दफ्तर खुल गए हैं और बड़ी संख्या में कर्मचारी भी शुक्रवार को पहुंचे हैं। आज से राज्य में कुछ हिस्सों में फोन सेवा बहाल की गई और आनेवाले दिनों में इसे क्षेत्रवार सभी हिस्सों में फिर से बहाल किया जाएगा।
ज्ञात रहे कि कश्मीर घाटी में गत 5 अगस्त से ही कानून व्यवस्था की स्थिति का संकट बना हुआ है। सरकारी दावों के अनुसार, वहां पर कोई बड़ा हिंसक प्रदर्शन नहीं हुआ है, लेकिन विभिन्न इलाकों में छिटपुट हिंसक घटनाएं जारी हैं। स्थिति नियंत्रण में है। लगभग पांच हजार से ज्यादा लोगों को एहतियातन हिरासत में लिया गया है। कइयों को नजरबंद रखा गया है। श्रीनगर में शनिवार से लैंडलाइन सेवा बहाल की जा रही है।
उनका कहना था कि जम्मू में स्थिति करीब-करीब सामान्य है। माना जा रहा है कि स्थितियां सामान्य रहीं तो सोमवार को कश्मीर घाटी में भी शिक्षण संस्थान खुल सकते हैं। प्रशासन ने बीते 12 दिनों से कश्मीर में ठप अकादमिक गतिविधियों को बहाल करने पर विचार कर रहा है। शिक्षण संस्थानों को चरणबद्ध तरीके से खोला जाएगा।
राज्य प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बीते 12 दिनों में तनाव के बावजूद कश्मीर स्थिति लगभग शांत और सामान्य रही है। विभिन्न वर्गों से बातचीत के आधार पर प्रशासन ने वादी में बंद पड़ी अकादमिक गतिविधियों को बहाल करने पर काम शुरू कर दिया है।