हिमाचल, उत्तराखंड और पंजाब के लिए देवदूत बनी NDRF, अब तक फंसे हुए 960 से अधिक लोगों को बचाया
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 16, 2023 09:25 PM2023-08-16T21:25:20+5:302023-08-16T21:26:18+5:30
एनडीआरएफ द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक गत कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश की वजह से हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा, शिमला और मंडी जिले में एवं पंजाब के रूपनगर में अचानक बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हुई। एनडीआरएफ ने आपदा से अब तक 960 से अधिक लोगों को बचाया है।
नई दिल्ली: राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने बुधवार को बताया कि हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और पंजाब में भारी बारिश और अचानक आई बाढ़ में फंसे 960 से अधिक लोगों को बचाया गया है और करीब 10 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। एनडीआरएफ ने बताया कि इन राज्यों में बचाव और राहत के लिए केंद्रीय बल की 29 टीमों को तैनात किया गया है जिनमें से 14 सक्रिय हैं जबकि बाकी को तैयार अवस्था में रखा गया है।
एनडीआरएफ द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक गत कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश की वजह से हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा, शिमला और मंडी जिले में एवं पंजाब के रूपनगर में अचानक बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हुई। इसके अनुसार बारिश और बाढ़ से कई मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं और कई स्थानों पर अब भी बड़ी संख्या में लोग फंसे हैं। बयान में शाम सात बजे तक अद्यतन की गई जानकारी के हवाले से बताया गया कि एनडीआरएफ ने इन राज्यों में अबतक 960 से अधिक पीड़ितों को बचाया है और 10,363 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।
एनडीआरएफ के अलावा राज्य आपदा प्रतिक्रिया इकाई, सेना, वायुसेना, पुलिस और स्थानीय अधिकारी प्रभावित इलाकों में बचाव अभियान चला रहे हैं। हिमाचल प्रदेश में इस सप्ताह बारिश के कारण कई जगह भूस्खलन हुए, सड़कें अवरुद्ध हो गईं और मकान ध्वस्त हो गए। इन घटनाओं में लगभग 60 लोगों की मौत हुई है और मलबे में और भी लोगों के दबे होने की आशंका है। पंजाब में, भाखड़ा और पोंग बांध से अतिरिक्त पानी छोड़े जाने के बाद होशियारपुर, रूपनगर और गुरदासपुर जिलों के कई गांव जलमग्न हो गए। उत्तराखंड में भी पिछले दो दिनों में मूसलाधार बारिश हो रही है जिसकी वजह से कई इमारतें ध्वस्त हो गईं और भूस्खलन की वजह से बदरीनाथ, केदारनाथ और गंगोत्री मंदिरों तक जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग क्षतिग्रस्त हो गए।
बता दें कि हिमाचल की हालत लगातार बारिष और बाढ़ के कारण बेहद खराब है। राज्य आपदा प्रबंधन के प्रमुख सचिव ओंकार चंद शर्मा ने बताया कि जुलाई की तुलना में 13,14 और 15 अगस्त के दौरान अधिक नुकसान हुआ है। 71 लोगों की मौत हुई है और 7,500 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि यह अनुमान बढ़ सकता है क्योंकि अब तक लोग बचाव और राहत कार्यों में लगे हुए हैं और विस्तृत अनुमान लगाने में समय लगेगा। हमने 2,500 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया है।