सीमा पार पाकिस्तान में भारत के खिलाफ रची जा रही साजिशों के तहत ड्रोन के इस्तेमाल की सुगबुगाहट के बारे में सेना के अधिकारी ने जानकारी दी है। सेना के दक्षिण पश्चिमी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल अलोक कलेर ने मीडिया से कहा, ''ऐसी खबरें आ रही है कि सीमा पार ड्रोन इस्तेमाल किए जा रहे हैं, इन ड्रोन की ढोने की क्षमता बहुत कम है। हमारे पास ऐसे ड्रोन की पहचान करने के लिए सिस्टम और क्षमताएं हैं। अगर हमारी ओर एक भी ड्रोन आएगा तो वायुसेना और थलसेना उसे नष्ट कर देगी।''
बता दें कि पिछले दिनों पंजाब पुलिस ने छापा मारकर एक बड़ा आतंकी हमला नाकाम कर दिया था। पाकिस्तान ने पिछले दिनों सीमावर्ती इलाके खेमकरण में ड्रोन के जरिये पंजाब में हथियार भेजे थे, जिसकी खेप पंजाब पुलिस ने बरामद कर ली थी। पंजाब पुलिस की खुफिया शाखा स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल (एसएसओसी) ने भारत-पाक सीमा स्थित झब्बाल इलाके से ड्रोन बरामद किया था।
पुलिस ने खुलासा किया था कि आतंकियों के मंसूबे माधोपुर सैन्य छावनी को निशाना बनाने की थी।
ड्रोन मिलने के बाद पुलिस ने गिरफ्तार खलिस्तानी आतंकियों से पूछताछ कर खुलासा किया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारी मात्रा में हथियारों जखीरे के साथ दबोचे गए खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स (केजेडएफ) के आतंकियों ने गिरफ्तारी से पहले ड्रोन को जलाने की कोशिश की थी।
ड्रोन की क्षमता के बारे में कहा जा रहा है यह एके-47 रायफल आसानी से उड़ाकर ला सकता है। बरामद ड्रोन का वजन 10 किलो बताया जा रहा है।