‘श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र’ ट्रस्ट की घोषणाः सीएम ठाकरे और अखाड़ा परिषद ने किया स्वागत, कहा-पीएम को बधाई
By भाषा | Updated: February 5, 2020 16:45 IST2020-02-05T16:45:07+5:302020-02-05T16:45:07+5:30
उच्चतम न्यायालय ने पिछले वर्ष नवम्बर में रामजन्मभूमि- बाबरी मस्जिद मामले में ऐतिहासिक फैसला देते हुए ट्रस्ट के गठन का निर्देश दिया था। ठाकरे ने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने अयोध्या में राम मंदिर बनाने के लिए ऐतिहासिक निर्णय दिया था।

केंद्र द्वारा अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए ‘श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र’ ट्रस्ट की घोषणा किए जाने का बुधवार को स्वागत किया।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अयोध्या में राम मंदिर बनाने के लिए केंद्रीय कैबिनेट द्वारा ट्रस्ट बनाने को मंजूरी देने के लिए बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बधाई दी।
मोदी ने मंदिर बनाने के लिए ट्रस्ट के गठन की घोषणा लोकसभा में की। उच्चतम न्यायालय ने पिछले वर्ष नवम्बर में रामजन्मभूमि- बाबरी मस्जिद मामले में ऐतिहासिक फैसला देते हुए ट्रस्ट के गठन का निर्देश दिया था। ठाकरे ने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने अयोध्या में राम मंदिर बनाने के लिए ऐतिहासिक निर्णय दिया था।
शिवसेना के राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने ठाकरे को उद्धृत करते हुए ट्वीट किया, ‘‘सरकार के लिए निर्णय को लागू करना अनिवार्य था। अदालत के निर्णय को लागू करने के लिए कदम उठाने की खातिर मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद देता हूं।’’
राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेन्द्र फड़नवीस ने भी केंद्र के निर्णय की प्रशंसा करते हुए इसे ‘‘ऐतिहासिक’’ करार दिया। निर्णय की प्रशंसा करते हुए मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने उम्मीद जताई कि मंदिर निर्माण की प्रक्रिया में तेजी आएगी। उच्चतम न्यायालय ने सरकार को निर्देश दिया था तीन महीने के अंदर ट्रस्ट का गठन करें और इसकी समय सीमा नौ फरवरी को समाप्त हो रही थी।
राम मंदिर न्यास की घोषणा स्वागत योग्य कदमः अखाड़ा परिषद
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने केंद्र द्वारा अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए ‘श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र’ ट्रस्ट की घोषणा किए जाने का बुधवार को स्वागत किया। उन्होंने कहा, “उच्चतम न्यायालय ने कहा है कि ट्रस्ट में किसे शामिल किया जाए, किसे नहीं यह केंद्र का अधिकार क्षेत्र है, लेकिन अखाड़ा परिषद यही मांग करेगा कि उसके पदेन अध्यक्ष और महामंत्री को इस ट्रस्ट में शामिल किया जाए।”
नरेंद्र गिरि ने कहा, “हालांकि इस ट्रस्ट की घोषणा से भव्य राम मंदिर का निर्माण शुरू होगा, यह हर्ष का विषय है। इसमें किसे शामिल किया जाएगा किसे नहीं, यह चिंता की बात नहीं है। सब यही चाहते हैं कि जल्द से जल्द राम मंदिर का निर्माण शुरू हो।”
उन्होंने कहा, “हमारी इच्छा है कि रामचंद्र परमहंस के उत्तराधिकारी को इस ट्रस्ट में शामिल किया जाए। महंत नृत्यगोपाल दास को अध्यक्ष के तौर पर शामिल किया जाए। इनके अलावा, राम मंदिर आंदोलन से प्रमुख रूप से जुड़े रहे विहिप के लोगों, साधु संतों को इसमें स्थान मिले।”