आंध्र प्रदेश के गुंटूर में तीन राजधानियों के फॉर्मूले के खिलाफ 'चलो विधानसभा' मार्च करने वाले छात्र संगठन के नेताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। साथ ही तेलुगू देशम पार्टी (डीटीपी) के नेताओं को घरों में नजर बंद कर दिया। डीटीपी और इसके प्रमुख चंद्रबाबू नायडू लगातार रेड्डी सरकार के इस फॉर्मूले के खिलाफ राज्य में कई जगह विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं।
बीते रात कई टीडीपी और अमरावती परिरक्षण समिति के नेता राज्य सरकार के खिलाफ 'चलो असेंबली' मार्च निकाल रहे थे। जिसके चलते पुलिस ने कई डीटीपी के नेताओं को घरों में नजर बंद कर दिया।
आंध्र प्रदेश सरकार ने राज्य के कई हिस्सों में धारा 144 लागू कर रखी है। इसके तहत चार या इससे ज्यादा लोगों को एक साथ खड़ पर हिरासत में लिया जा सकता है। सरकार ने विजयवाड़ा और गुंटूर में भी 144 लगा रखी है, ताकि राज्य की विधानसभा का कार्य सही प्रक्रिया चल सके और जनता के प्रतिनिधि बिना किसी परेशानी के आवाजाही कर सके।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी की अगुवाई वाली सरकार राज्य की राजधानी के बंटवारे को लेकर आज प्रस्ताव पारित कर सकती है। राज्य सरकार ने जी एन राव समिति को तीन राजधानी बनाने के संबंध में जांच-पड़ताल करने के लिए कहा था।
जी एन राव समिति समित ने इस संबंध में अपनी सिफारिश दी थी कि तीन राजधानी बनाने के बाद इनमें विकास कार्य करने में मदद मिलेगी और संसाधनों का भी सही उपयोग किया जा सकेगा। जी एन राव समिति ने विशाखापट्नम को मुख्य राजधानी, करनूल को न्यायिक राजधानी, अमरावती को विधानसभा राजधानी बनाने का प्रस्ताव दिया है।