आंध्र प्रदेश मंत्रिपरिषदः सभी 24 मंत्रियों ने सीएम जगनमोहन रेड्डी को इस्तीफा सौंपा, जानें क्या है कारण
By सतीश कुमार सिंह | Published: April 7, 2022 05:58 PM2022-04-07T17:58:55+5:302022-04-07T19:19:54+5:30
मुख्यमंत्री वाई एस जगनमोहन रेड्डी नए मंत्रिपरिषद का गठन 11 अप्रैल को करेंगे। कई नए विधायक मंत्री बन सकते हैं। मंत्रिमंडल में कई बदलाव देखने को मिलेंगे।
अमरावतीः आंध्र प्रदेश के सभी 24 मंत्रियों ने कैबिनेट की एक बैठक में मुख्यमंत्री वाई एस जगनमोहन रेड्डी को इस्तीफा सौंप दिया है। नए मंत्रिपरिषद का गठन 11 अप्रैल को किया जाएगा। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मौजूदा मंत्रियों ने मंत्रिमंडल की बैठक में अपना इस्तीफा (मुख्यमंत्री को) सौंपा।
यह उनकी अंतिम बैठक थी। वे 34 महीने अपने-अपने पदों पर रहे। सूत्रों ने बताया कि मंत्रिपरिषद का पुनर्गठन 11 अप्रैल को होगा। मुख्यमंत्री ने बुधवार रात राज्यपाल विश्व भूषण हरिचंदन के साथ एक बैठक की, जिसमें मंत्रिपरिषद के पुनर्गठन पर चर्चा की गई।
सरकारी सूत्रों ने बताया कि पुनर्गठित मंत्रिमंडल में नए चेहरों को शामिल किया जाएगा, मौजूदा मंत्रियों में से कम से कम चार को फिर से मौका मिल सकता है। नए मंत्रिमंडल के गठन में जाति मानदंड की अहम भूमिका होने की संभावना है।
#UPDATE | Andhra Pradesh Cabinet dissolved. After completing the final Cabinet meeting, all Ministers have submitted their resignation letters to Chief Minister YS Jagan Mohan Reddy at the State Secretariat.
— ANI (@ANI) April 7, 2022
रेड्डी ने जब 30 मई, 2019 को मुख्यमंत्री के रूप में पदभार संभाला था, तब ही घोषणा की थी कि वह ढाई साल बाद अपने मंत्रिमंडल को पूरी तरह बदल देंगे और नए लोगों को मौका देंगे। वर्तमान मंत्रिमंडल ने आठ जून, 2019 को शपथ ली थी और इन मंत्रियों को आठ दिसंबर, 2021 तक पद पर रहना था।
Many ministers from Andhra Pradesh cabinet likely to resign on April 9 or 11, final list of these names to be sent to Governor today. Only 4 ministers from present cabinet to retain post: Official sources
— ANI (@ANI) April 7, 2022
कोविड-19 वैश्विक महामारी सहित कई कारणों के चलते कैबिनेट पुनर्गठन को टाल दिया गया था। मुख्यमंत्री ने पिछले महीने घोषणा की थी कि वह उगादी (2 अप्रैल को पड़ने वाले तेलुगु नव वर्ष दिवस) और फिर नए जिलों के गठन के बाद मंत्रिमंडल के पुनर्गठन का कार्य करेंगे। राज्य में चार अप्रैल को 13 नए जिलों का गठन किया गया था, अब प्रदेश में जिलों की कुल संख्या 26 हो गई है।