तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू ने पार्टी इकाई के सभी कार्यकर्ताओं को टेलीकांफ्रेंस के जरिए संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने विधान परिषद के सदस्यों की राजधानी विकेंद्रीयकरण प्रस्ताव के खिलाफ लड़ने के लिए प्रशंसा की। नायडू ने अपने विधान परिषद के नेताओं की तारीफ करते हुए कहा कि टीडीपी के परिषद सदस्य बुधवार (22जनवरी) को विधान परिषद में राजधानी विकेंद्रीकरण बिल के खिलाफ असधारण तरीके से लड़े। उन्होंने राज्य का धर्म, भविष्य और लोकतंत्र बचाया है।
उन्होंने ने वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के नेताओं पर विधान परिषद कार्यवाही के दौरान चेयरपर्सन एमए शरीफ पर अभ्रद भाषा इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। साथ ही वाईएसआरसीपी के नेताओं पर मुस्लिम समुदाय के लोगों की गरिमा को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया।
नायडू ने कहा, 'विधान परिषद में वाईएसआरसीपी के मंत्री एकतरफा रवैया अपना रहे थे। वो बहस करने का मौका नहीं दे रहे थे। उन्होंने हमारे विधायकों का शांतिपूर्ण प्रदर्शन भी रोका था। मुख्यमंत्री ने खुद अपने मंत्रियों को अभ्रद भाषा बोलने का निर्देश दिया है। तभी उनके मंत्रियों ने ऐसा बर्ताव किया। परिषद् में वे लोग पोडिम के मेज पर चढ़े और कागजों को फाड़कर चेयरमेन के ऊपर फेंक दिए। क्या वाईएसआरसीपी विधान परिषद के सदस्य और मंत्रियो को ऐसा करना चाहिए था? इसके बावजूद भी टीडीपी के मंत्री मजबूती से डटे रहे। यह लोगों की जीत है।' बता दें कि आंध्र प्रदेश की तीन राजधानियों वाली योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए राज्य की वाईएस जगनमोहन रेड्डी सरकार की तरफ से प्रस्तुत विधेयक सोमवार की देर रात विधानसभा से पास हो गया।