अमित शाह का कांग्रेस पर करारा कटाक्ष, कहा- उद्धव को सीएम की कुर्सी देकर पूरा अस्तबल खरीद लिया
By रामदीप मिश्रा | Updated: November 28, 2019 18:32 IST2019-11-28T18:32:14+5:302019-11-28T18:32:14+5:30
महाराष्ट्रः अमित शाह ने कहा कि महाराष्ट्र में मैनडेट बीजेपी के पक्ष में था, जैसे ही परिणाम आया तो शिवसेना ने अलग शर्त डालनी शुरू की। ये सार्वजनिक जीवन में उचित नहीं था।

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महाराष्ट्र में सरकार बनाने जा रही शिवसेना-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और कांग्रेस को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने हमला बोला है। उन्होंने बीजेपी पर होर्स ट्रेडिंग के लग रहे आरोपों का जवाब देते हुए कहा है कि महाराष्ट्र में हमने हॉर्स ट्रेडिंग नहीं की, हॉर्स ट्रेडिंग तो कांग्रेस ने की है। उन्होंने तो पूरा अस्तबल ही मुख्यमंत्री का पद देकर खरीद लिया।
समाचार चैनल न्यूज18 से बातचीत करते हुए अमित शाह ने कहा कि महाराष्ट्र में मैनडेट बीजेपी के पक्ष में था, जैसे ही परिणाम आया तो शिवसेना ने अलग शर्त डालनी शुरू की। ये सार्वजनिक जीवन में उचित नहीं था। सभी रैलियों में हमने स्पष्ट किया था कि राज्य में बहुमत आता है तो देवेन्द्र फडणवीस जी मुख्यमंत्री बनेंगे। शिवसेना ने अनैतिक काम किया और हमने सरेंडर होने से इनकार कर दिया।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस और एनसीपी गठबंधन करके लड़े थे। उनकी 100 सीटें हैं, शिवसेना की 50 के करीब हैं, उन्होंने क्यों शिवसेना का मुख्यमंत्री बनाया। अगर नैतिकता का गठबंधन है तो मैं कहता हूं कि आप अपना सीएम बनाकर दिखाओ, फिर देखो शिवसेना समर्थन देती हैं या नहीं।
शाह ने कहा कि आज शिवसेना की स्थिति ऐसी है कि उन पर कांग्रेस कंडिशन लगाती है। 23 तारीख को उद्धव जी राम मंदिर के लिए अयोध्या जाने वाले थे, लेकिन नहीं गए। इस पर अब वो क्या जवाब देंगे? बीजेपी ने कभी गठबंधन धर्म नहीं तोड़ा था। केंद्र में हमें दो बार बहुमत मिला तब भी हमने साथियों को सरकार में जगह दी। यूपी, असम, त्रिपुरा में हमारी पूर्ण बहुमत की सरकार है फिर भी हम अपने सहयोगियों के साथ सरकार में हैं।
आपको बता दें कि महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा में बीजेपी-शिवसेना गठबंधन ने पिछले महीने हुए राज्य विधानसभा चुनाव में क्रमश: 105 और 56 सीटों के साथ स्पष्ट बहुमत हासिल किया था। हालांकि, शिवसेना की मुख्यमंत्री पद की मांग बीजेपी द्वारा ठुकराए जाने के बाद यह गठबंधन टूट गया। एनसीपी और कांग्रेस ने 21 अक्टूबर को हुए चुनाव में क्रमश: 54 और 44 सीटों पर जीत दर्ज की थी।