नई दिल्ली: कर्नाटक विधानसभा की 224 सीटों के लिए मतदान 10 मई को तो मतगणना 13 मई को होगी। ऐसे में केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा नेता अमित शाह ने सोमवार को कहा कि संविधान में धर्म के आधार पर आरक्षण का कोई प्रावधान नहीं है और मुसलमानों के लिए 4 प्रतिशत आरक्षण असंवैधानिक था, इसलिए राज्य में भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने इसे हटा दिया था।
समाचार एजेंसी से एएनआई को दिए इंटरव्यू में उन्होंने ये कहा, "हमारे संविधान में धर्म के आधार पर आरक्षण का कोई प्रावधान नहीं है। बहुत सोच-समझकर किया गया आरक्षण में आरक्षण...कर्नाटक चुनाव के लिए प्रचार समाप्त होने से पहले सिद्धारमैया को स्पष्ट करना चाहिए कि अगर कांग्रेस मुसलमानों के लिए आरक्षण 4 प्रतिशत से बढ़ाकर 6 प्रतिशत कर देती है, तो वे किसका आरक्षण काटेंगे।"
अपनी बात को जारी रखते हुए अमित शाह ने ये भी कहा, "मैंने कर्नाटक के सभी क्षेत्रों का दौरा किया है और हम राज्य में डबल इंजन सरकार के लिए उत्सुकता देख सकते हैं। यह पार्टी के लिए वोट में तब्दील हो जाएगा।"