पेगासस स्पाईवेयर पर बोले अमित शाह, संसद के मॉनसूत्र से ठीक पहले की शाम हुआ यह...आप क्रोनोलॉजी समझिए
By विनीत कुमार | Published: July 20, 2021 12:43 PM2021-07-20T12:43:05+5:302021-07-20T15:18:44+5:30
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि पेगासस स्पाईवेयर विवाद बस भारत को बदनाम करने की कोशिश है। साथ ही आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव की तरह अमित शाह ने भी रिपोर्ट सामने आने की टाइमिंग को लेकर सवाल उठाया है।
नई दिल्ली: पेगासस स्पाईवेयर (Pegasus Spyware) विवाद पर जारी घमासान के बीच सरकार केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मीडिया में इस रिपोर्ट के प्रकाशित किए जाने के समय को लेकर सवाल उठाए हैं। अमित शाह के साथ-साथ सोमवार को आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भी लोकसभा में कहा था कि संसद के मॉनसून सत्र से ठीक पहले ऐसी रिपोर्ट आना महज संयोग नहीं हो सकता है।
अश्विनी वैष्णव ने साथ ही कहा, 'पहले भी ऐसे दावे व्हाट्सएप पर भी पेगासस को लेकर किए गए। उन रिपोर्ट का भी कोई आधार नहीं था और सभी पार्टियों द्वारा उसे खारिज किया गया। ऐसा लगता है कि 18 जुलाई, 2021 की प्रेस रिपोर्ट भारतीय लोकतंत्र और यहां स्थापित संस्थाओं को बदनाम करने की एक कोशिश है।'
अमित शाह ने कहा- आप क्रोनोलॉजी समझिए
वहीं, अमित शाह ने भी एक बयान जारी कर संसद में हंगामा मचाने और पेगासस विवाद को उछालने के लिए विपक्ष पर निशाना साधा।
अमित शाह ने कहा, 'कल देर शाम (रविवार) हमने एक रिपोर्ट देखी, जिसे केवल कुछ वर्गों द्वारा बढ़ा-चढ़ा कर बताया गया है। ये स्पष्ट संकेत है कि ऐसा एक ही उद्देश्य के साथ कि विश्व स्तर पर भारत को अपमानित करने के लिए जो कुछ भी संभव है, किया जाए और हमारे देश के बारे में वही पुरानी बातों को आगे बढ़ाया जाए ताकि भारत की विकास यात्रा को पटरी से उतारा जा सके।'
अपनी वेबसाइट पर अमित शाह ने आगे कहा, 'लोग अक्सर हंसी में इसे मेरे साथ जोड़कर रखते हैं लेकिन आज मैं गंभीरता से कहना चाहता हूं- इसके समय को देखिए, संसद में हंगामा- आप क्रोनोलॉजी समझिए! यह चीजों को अस्त-व्यस्त करने वालों के द्वारा अवरोध पैदा करने वालों के लिए एक रिपोर्ट है। अस्त-व्यस्त करने वाले वैश्विक संगठन हैं जो भारत की प्रगति को पसंद नहीं करते हैं। वहीं अवरोध पैदा करने वाले भारत में वे राजनीतिक खिलाड़ी हैं जो नहीं चाहते कि देश प्रगति करे। भारत के लोग इस क्रोनोलॉजी और इससे संबंध को अच्छी तरह समझते हैं।'
इससे पहले अश्विनी वैष्णव ने भी लोकसभा में कहा था, 'एक बेहद सनसनीखेज स्टोरी एक वेब पोर्टल द्वारा रात में प्रकाशित की गई। इस स्टोरी के माध्यम से कई बेबुनियाद आरोप लगाए गए। संसद के मानसून सत्र से एक दिन पहले ये रिपोर्ट सामने आए। ये बस एक संयोग नहीं हो सकता है।'