मुंबई: टाटा-एयरबस परियोजना को लेकर चल रहे विवाद के बीच युवा सेना अध्यक्ष और शिवसेना विधायक आदित्य ठाकरे ने शनिवार को कहा कि अगर वह देवेंद्र फड़नवीस की जगह उपमुख्यमंत्री होते तो वह सरकार से अपना समर्थन वापस ले लेते।
आदित्य ठाकरे ने कहा, राज्य और सरकार में अस्थिरता के बारे में चर्चा हो रही है। इस पर चर्चा के लिए दिल्ली में बैठक भी हो रही है। इस सरकार पर कोई उद्योगपति विश्वास नहीं करता, उन्हें नहीं पता कि यह सरकार कितने दिन चलेगी। अगर मैं इस राज्य का उपमुख्यमंत्री होता तो इस सरकार से समर्थन वापस ले लेता, क्योंकि उनका (फड़नवीस) नाम भी खराब हो रहा है। उन्हें वास्तव में इस्तीफा दे देना चाहिए और नए चुनाव का विकल्प चुनना चाहिए। तभी राज्य में स्थिर सरकार बनेगी।
उन्होंने कहा, 'राज्य के लोगों को ही नहीं, उद्योगों को भी इस अस्थिर सरकार पर कोई भरोसा नहीं है। राज्य और सरकार में अशांति और अस्थिरता है। उन्होंने उद्योग मंत्री उदय सामंत का इस्तीफा मांगा। ठाकरे ने कहा, उद्योग मंत्री ने सितंबर में मीडिया से कहा था कि वे टाटा-एयरबस परियोजना को राज्य में लाएंगे, लेकिन वह ऐसा करने में विफल रहे। अब मैं सीएम से उद्योग मंत्री का इस्तीफा स्वीकार करने के लिए कहना चाहता हूं। क्या वह इस्तीफा देंगे?
आदित्य ठाकरे ने एकनाथ शिंदे पर भी निशाना साधा, जिन्होंने कहा कि वह अन्य मुख्यमंत्रियों की तरह निवेश आकर्षित करने के लिए कहीं नहीं जा रहे हैं। एमपी के सीएम चौहान, ओडिशा के सीएम पटनायक और राजस्थान के सीएम गहलोत अवसरों की तलाश में महाराष्ट्र आए, लेकिन हमारे असंवैधानिक सीएम कहीं नहीं गए। वह गणपति-नवरात्रि मंडलों का दौरा करने में व्यस्त हैं।