लाइव न्यूज़ :

अमरनाथ यात्राः आतंकियों के हाथों 1993 से 2017 तक 90 श्रद्धालु मारे गए, हर बार असमंजस की स्थिति बनाते हैं आतंकी गुट

By सुरेश डुग्गर | Updated: July 15, 2019 18:35 IST

अमरनाथ यात्रा पर सबसे पहला हमला विदेशी आतंकियों ने 1993 में किया था जब उस पर प्रतिबंध लगाते हुए हरकतुल अंसार ने श्रद्धालुओं को धमकी दी थी कि शामिल होने वालों को मौत के घाट उतार दिया जाएगा।

Open in App
ठळक मुद्देपिछले 27 सालों के दौरान आतंकी 90 से ज्यादा अमरनाथ श्रद्धालुओं को मौत के घाट उतार चुके हैं। यह आंकड़ा वर्ष 1993 से लेकर वर्ष 2017 तक का है। इन मौतों के लिए आतंकी गुटों तथा अलगाववादी नेताओं द्वारा बनाई गई असमंजस की परिस्थितियों को जिम्मेदार ठहराया जाता रहा है।आतंकियों ने वर्ष 2000 में सबसे अधिक 35 श्रद्धालुओं को पहलगाम में मौत के घाट उतार दिया था।

पिछले 27 सालों के दौरान आतंकी 90 से ज्यादा अमरनाथ श्रद्धालुओं को मौत के घाट उतार चुके हैं। यह आंकड़ा वर्ष 1993 से लेकर वर्ष 2017 तक का है। इन मौतों के लिए आतंकी गुटों तथा अलगाववादी नेताओं द्वारा बनाई गई असमंजस की परिस्थितियों को जिम्मेदार ठहराया जाता रहा है क्योंकि हर बार अमरनाथ यात्रा शुरू होने पर कुछ आतंकी गुट अमरनाथ यात्रा को क्षति न पहुंचाने की बात करते रहे हैं तो अलगाववादी नेता अमरनाथ श्रद्धालुओं को कश्मीर का मेहमान बता उनकी पीठ पर वार करते रहे हैं।

अमरनाथ यात्रा पर सबसे पहला हमला विदेशी आतंकियों ने 1993 में किया था जब उस पर प्रतिबंध लगाते हुए हरकतुल अंसार ने श्रद्धालुओं को धमकी दी थी कि शामिल होने वालों को मौत के घाट उतार दिया जाएगा। जब धमकी बेअसर हुई तो आतंकी हमले में तीन की जान चली गई। इसी प्रकार का हमला उसके अगले साल भी हुआ। मरने वालों की तादाद अधिक नहीं थी। दो की जान जरूर गई थी।

फिर सुरक्षा प्रबंधों में सख्ती का परिणाम था कि अगले 6 साल तक आतंकी अमरनाथ यात्रा को कोई क्षति नहीं पहुंचा पाए। पर उसके अगले चार साल अमरनाथ श्रद्धालुओं के लिए भारी साबित हुए। चौंकाने वाली बात यह थी कि वर्ष 2000 से लेकर वर्ष 2003 तक के चार हमलों के दौरान अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा के प्रति लंबे चौड़े दावे किए जाते रहे थे। तब आतंकियों ने हर साल हमला किया था।

आतंकियों ने वर्ष 2000 में सबसे अधिक 35 श्रद्धालुओं को पहलगाम में मौत के घाट उतार दिया था। वर्ष 2001 में 12, वर्ष 2002 में 10 को मार डाला था। हालांकि वर्ष 2003 में आतंकी अमरनाथ यात्रा मार्ग पर कोई हमला नहीं कर पाए थे लेकिन उन्होंने अमरनाथ यात्रा संपन्न कर वैष्णो देवी की यात्रा में शामिल होने जा रहे 8 श्रद्धालुओं को जरूर मार डाला था।

देखा जाए तो आतंकी वर्ष 2003 से लेकर 2016 तक अमरनाथ यात्रा को कोई क्षति पहुंचाने में कामयाब नहीं हो पाए हैं। इसके पीछे के कई कारण हैं। सुरक्षा व्यवस्था से लेकर आतंकियों और अलगाववादी नेताओं के रूख भी इसके लिए जिम्मेदार रहे हैं।

हालांकि इतना जरूर था कि 2003 के बाद 2016 तक कोई आतंकी हमला अमरनाथ श्रद्धालुओं पर इसलिए नहीं हुआ था क्योंकि कट्टरपंथी अलगाववादी नेता सईद अली शाह गिलानी अमरनाथ श्रद्धालुओं को कश्मीरियों का मेहमान निरूपित करते रहे थे। दरअसल यह कश्मीरी जनता का दबाव होता था ताकि रोजी रोटी चलती रहे। जानकारी के लिए अमरनाथ यात्रा को कश्मीर के पर्यटन व्यवसाय की रीढ़ माना जाता रहा है। पर इस रीढ़ को अक्सर आतंकी गुट विचारधारा के चलते तोड़ने की कोशिश जरूर करते रहते हैं। 

टॅग्स :अमरनाथ यात्राजम्मू कश्मीरआतंकवादी
Open in App

संबंधित खबरें

भारतजीवन रक्षक प्रणाली पर ‘इंडिया’ गठबंधन?, उमर अब्दुल्ला बोले-‘आईसीयू’ में जाने का खतरा, भाजपा की 24 घंटे चलने वाली चुनावी मशीन से मुकाबला करने में फेल

क्रिकेटवैभव सूर्यवंशी की टीम बिहार को हैदराबाद ने 7 विकेट से हराया, कप्तान सुयश प्रभुदेसाई ने खेली 28 गेंदों में 51 रन की पारी, जम्मू-कश्मीर को 7 विकेट से करारी शिकस्त

भारतDrung Waterfall: महीनों बाद खुला द्रुग वाटरफाल, टंगमर्ग राइडर्स की रोजी-रोटी में मदद मिली

भारतJammu-Kashmir Power Shortage: सर्दी बढ़ने के साथ कश्मीर में गहराया बिजली सकंट, करीब 500 मेगावाट बिजली की कमी से परेशान लोग

भारतJammu-Kashmir: कश्मीर के मोर्चे से खुशखबरी, आतंकी हिंसा में गिरावट पर आतंक और दहशत में नहीं

भारत अधिक खबरें

भारतकथावाचक इंद्रेश उपाध्याय और शिप्रा जयपुर में बने जीवनसाथी, देखें वीडियो

भारत2024 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव, 2025 तक नेता प्रतिपक्ष नियुक्त नहीं?, उद्धव ठाकरे ने कहा-प्रचंड बहुमत होने के बावजूद क्यों डर रही है सरकार?

भारतजमीनी कार्यकर्ताओं को सम्मानित, सीएम नीतीश कुमार ने सदस्यता अभियान की शुरुआत की

भारतसिरसा जिलाः गांवों और शहरों में पर्याप्त एवं सुरक्षित पेयजल, जानिए खासियत

भारतउत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोगः 15 विषय और 7466 पद, दिसंबर 2025 और जनवरी 2026 में सहायक अध्यापक परीक्षा, देखिए डेटशीट