अमरनाथ यात्रा से पहले सुरक्षा प्रबंध की बड़ी तैयारी, नेशनल हाईवे और साउथ कश्मीर में होगा सुरक्षाबलों का सारा जोर
By सुरेश एस डुग्गर | Published: April 30, 2023 12:30 PM2023-04-30T12:30:56+5:302023-04-30T12:31:24+5:30
जम्मू: खुफिया अधिकारियों द्वारा आने वाले दिनों में जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे और दक्षिण कश्मीर में आतंकी हमले होने की चेतावनी दिए जाने के बाद अधिकारी सचेत हो गए हैं। चेतावनी में कहा जा रहा है कि आतंकी हाइब्रिड आतंकियों का सहारा लेकर स्टिकी बमों का इस्तेमाल कर सकते हैं और ड्रोन हमलों को भी अंजाम दे सकते हैं।
यही कारण है कि अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा अभी से चिंता का कारण बनने लगी है। ऐसे में इसे फूल प्रूफ बनाने के लिए सेना भी पूरी तरह से मैदान में उतरने की तैयारी में है। उसका सारा जोर नेशनल हाईवे तथा दक्षिण कश्मीर में होगा जहां अमरनाथ यात्रा में शामिल होने वाले लाखों श्रद्धालु आएंगे।
इस संबध में कल हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में स्टिकी बमों के प्रति सबको सचेत करने की कवायद आरंभ की गई है। इस बैठक में कश्मीर के पुलिस प्रमुख विजय कुमार ने सभी एजेंसियों से आयोजन के सफल आयोजन के लिए समन्वित तरीके से काम करने को कहा।
चार घंटे से अधिक चली बैठक में सेना के जीओसी विक्टर फोर्स, आईजी सीआरपीएफ, आईजी बीएसएफ, जेडीआईबी, सेना के सभी 5 सेक्टर कमांडर, डीआईजी पुलिस, डीआईजी सीआरपीएफ, एसएसबी, आईटीबीपी, सीआईडी और दक्षिण के 4 एसएसपी शामिल हुए थे।
रक्षा सूत्रों ने माना है कि 30 जून से आरंभ होने जा रही अमरनाथ यात्रा को सुरक्षित बनाने हजारों सैनिकों को दक्षिण कश्मीर के विभिन्न हिस्सों में व्याप्क तलाशी अभियान आरंभ करने की तैयारी करने को कहा गया है।
अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा की खातिर सेना की तैनाती आधिकारिक तौर पर नहीं होगी। सेनाधिकारी कहते हैं कि उनके पास यात्रा के बाहरी इलाकों की सुरक्षा का भार हमेशा की तरह रहेगा। सूत्रों के अनुसार, अन्य सुरक्षाबलों को इस बार भी खतरे को भांपते हुए सेना की कमान के तहत ही अमरनाथ यात्रा में कार्य करना होगा।
आधिकारिक तौर पर 70 हजार से अधिक अर्द्ध सैनिक बलों को अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा की खातिर तैनात किया जाएगा। इनकी तैनाती लखनपुर के प्रवेश द्वार से लेकर अमरनाथ गुफा तक के रास्तों पर होगी।