वीडियोः अमर सिंह ने आज़म खान को बताया राक्षस, बोले- मैंने अखिलेश के घर की बहुओं के आंसू पोछे
By आदित्य द्विवेदी | Updated: August 26, 2018 13:01 IST2018-08-26T13:01:16+5:302018-08-26T13:01:16+5:30
अमर सिंह ने आक्रामक तेवर दिखाते हुए अखिलेश यादव को नमाजवादी पार्टी का अध्यक्ष बता डाला। विष्णु मंदिर बनाने पर उठाए सवाल...

वीडियोः अमर सिंह ने आज़म खान को बताया राक्षस, बोले- मैंने अखिलेश के घर की बहुओं के आंसू पोछे
नई दिल्ली, 26 अगस्तः समाजवादी पार्टी के पूर्व नेता अमर सिंह ने आक्रामक तेवर अख्तियार करते हुए आज़म खान और अखिलेश यादव पर जमकर हमला बोला। उन्होंने फेसबुक पर एक वीडियो जारी करते हुए आजम खान को राक्षस और अखिलेश यादव को 'नमाजवादी' पार्टी का अध्यक्ष बता डाला। खुद को असली क्षत्रिय बताते हुए एक लोक प्रचलित दोहा भी सुनाया, '12 बरस कुकुर जिए, 16 बरस जिए सियार, बरस 18 क्षत्रिय जीवे, आगे जीवन को धिक्कार।' गौरतलब है कि एक टीवी इंटरव्यू में आजम खान ने कहा था कि जिस दिन दंगों में अमर सिंह जैसे लोग काटे जाएंगे तो उसके बाद ना गुजरात होगा ना मुजफ्फरनगर।
अमर सिंह ने वीडियो में कही ये बातेंः-
- समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि विष्णु का मंदिर बनाना है। अखिलेश यादव तुम्हें विष्णु का मंदिर बनाने का अधिकार है। तुम समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष नहीं हो, नमाजवादी पार्टी के अध्यक्ष हो।
- तुम्हारा बनाया हुआ, तुम्हारे पिता का बनाया हुआ राजनीतिक पुत्र मोहम्मद आजम खान ने बयान दिया है कि अमर सिंह जैसे लोगों को काटना चाहिए। उनकी जुबान हो रही है कि बेटियों पर तेजाब फेंकना चाहिए... बेटियां तुम्हारी भी हैं, बेटियां तुम्हारे परिवार में अन्य लोगों की भी हैं। बहुएं हैं, पत्नियां हैं।
- जब हम अनावश्यक कारणों से तुम लोगों की राजनीति के कारण जेल में बंद थे तो हमारे बच्चों के आंसू पोछने ना तुम आए, ना तुम्हारे पिता आए और ना तुम्हारा परिवार आया। तुम विष्णु का मंदिर बनाओगे... नमाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश।
- तुम्हारा पाला हुआ, तुम्हारा पैदा किया हुआ तैमूर लंग अलाउद्दीन खिलजी, नादिर शाह अब्दाली महमूद गजनवी की नस्ल और संस्कृति का राक्षस आजम खान हमारी बेटियों को तेजाब से नहलाने की बात करता है और हमें काटने की बात करता है।
- मैं उत्तर प्रदेश और हिंदुस्तान के हिंदू समाज से कहूंगा, मुझे यदि इसके लिए सांप्रदायिकता का तमगा मिलता है तो बेशक मिले। अगर धर्मनिरपेक्षता का मतलब है अपने स्वाभिमान से समझौता करना तो ऐसी धर्मनिरपेक्षता से मैं कान पकड़ता हूं।
- कलाम जैसे राष्ट्रभक्त मुसलमानों का सम्मान मैं कर सकता हूं, लेकिन अलाउद्दीन खिलजी, महमूद गजनवी की नस्ल और संस्कृति के मोहम्मद आजम खान का जो अपने आदर्श मुलायम सिंह का जन्मदिन मनाने के बाद खुलेआम अब्दुल सलीम और दाउद इब्राहिम को बताता है कहता है गुलाम नबी आजाद हिंदुस्तान का वजीर ही नहीं है क्योंकि वह उस कश्मीर से आता है जिसके लिए आजतक तय नहीं हुआ कि यह हिंदुस्तान का है भी या नहीं। जो हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आतंकवादी कहता है, खुलेआम हमारी भारतमाता को डायन कहता है।