अलवर लिंचिंग: सवालों के घेरे में पुलिस, पीड़ित को अस्‍पताल ले जाने की बजाए पहले की गाय की देखरेख फिर पी चाय

By स्वाति सिंह | Published: July 23, 2018 12:36 PM2018-07-23T12:36:43+5:302018-07-23T13:02:52+5:30

खबरों की मानें तो पुलिस द्वारा दर्ज एफआईआर रिपोर्ट से पता चलता है कि उन्हें इस घटना की जानकारी 12.41 बजे आए कॉल से हुई और वह लगभग 1.20 तक बजे तक पहुंचे थे।

Alwar Mob lynching: Police took three hours to take victim to health centre, even stopped for tea | अलवर लिंचिंग: सवालों के घेरे में पुलिस, पीड़ित को अस्‍पताल ले जाने की बजाए पहले की गाय की देखरेख फिर पी चाय

अलवर लिंचिंग: सवालों के घेरे में पुलिस, पीड़ित को अस्‍पताल ले जाने की बजाए पहले की गाय की देखरेख फिर पी चाय

अलवर, 23 जुलाई: राजस्थान के अलवर में गोरक्षा के नाम पर 28 वर्षीय रकबर नाम के व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। इस मामले में पुलिस अबतक 3 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। मॉब लिंचिंग के नाम पर होने वाली हिंसा दिन-प्रतिदिन भयंकर रूप ले रही है। वहीं इस मामले में अब पुलिस की लापरवाही सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि घटनास्थल से अस्पताल 6 किलोमीटर की दूरी पर था। लेकिन पुलिस को वहां पहुंचते-पहुंचते  3 घंटे लग गए। खबरों की मानें तो पुलिस ने अकबर को अस्पताल पहुंचाने से ज्यादा दोनों गायों को गोशाला ज्यादा जरुरी लगा। 

यहीं नहीं बल्कि रकबर  बार-बार दर्द से कराहता रहा। लेकिन वावजूद इसके पुलिस ने रास्ते में रूक कर चाय पिया। जब तक पुलिस अकबर को लेकर अस्पताल पहुंची उसकी मौत हो चुकी थी।खबरों की मानें तो पुलिस द्वारा दर्ज एफआईआर रिपोर्ट से पता चलता है कि उन्हें इस घटना की जानकारी 12.41 बजे आए कॉल से हुई और वह लगभग 1.20 तक बजे तक पहुंचे थे। अलवर के इस घटना पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी अपना गुस्सा जाहिर किया है। उन्होंने ट्वीट के जरिए प्रधानमंत्री मोदी पर हमला बोला। उन्होंने लिखा 'अलवर मॉब लिंचिंग में पीड़ित मरते अकबर खान को अस्पताल ले जाने में 3 घंटे लगे। क्यों? क्योंकि उन्होंने रास्ते में टी-ब्रेक लिया था। ये मोदी का 'न्यू इंडिया' है जहां मानवता से बड़ी नफरत है और लोगों को मरने के लिए छोड़ दिया जाता है।' 


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इस मामले में राजस्थान के नेता गुलाब चंद्र ने बताया 'मीडिया रिपोर्ट के मुतबिक पुलिस ने पीड़ित को अस्पताल ले जाने में देरी की है। उन्होंने कहा कि अगर जांच के दौरान यह बात सच निकली तो हम उनके खिलाफ एक्शन लेंगे।'


इस मामले में एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी ने कहा 'पुलिस का ऐसा किए जाना मेरे लिए बिलकुल आश्चर्य वाली बात नहीं है। उन्होंने बिलकुल वैसा ही किया जैसा पेहलू खान मर्डर केस में किया था। राजस्थान पुलिस गाय की तस्करी को समर्थन करती है। ये पुलिसकर्मी और गौ-रक्षक मिले हुए हैं'।



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बीजेपी एमएलए  राजा सिंह ने कहा कि मैंने अपने वीडियो में कुछ भी गलत नहीं कहा था, जब तक गायों के कत्लेआम बंद नहीं होंगे तब इस तरह के मामले नहीं रुकेंगे। इसके खिलाफ एक कानून होना चाहिए। मीडिया के मुताबिक मृतक व्यक्ति गाय की तस्करी करता था'।


अस्पताल के एक डॉक्टर हसन ने बताया कि अकबर को सुबह 4 बजे यहां लेकर आया गया था। इसके बाद पुलिस के कहने पर शव को अलवर में पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया था'।



बता दें कि रकबर खान अपने एक साथी असलम के साथ दो गायों को लेकर हरियाणा स्थित अपने गांव जा रहा था, जब वह लालावंडी गांव से होकर गुजर रहा था तो कुछ अज्ञात लोगों के एक समूह ने गो तस्कर के संदेह में उनकी बुरी तरह से पिटाई कर दी। खान को रामगढ़ के सरकारी अस्पताल में ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सुप्रीम कोर्ट में इस मामले की सुनवाई 28 अगस्त को होनी है। याचिकाकर्ताओं ने पीठ के समक्ष अपना पक्ष रखते हुए राजस्थान सरकार के खिलाफ अवमानना की कार्रवाई की मांग की। 

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Web Title: Alwar Mob lynching: Police took three hours to take victim to health centre, even stopped for tea

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