कर्नाटक कांग्रेस में सबकुछ सही नहीं! डीके शिवकुमार ने कड़ी चेतावनी जारी की, सदस्यों से अपना मुंह बंद रखने को कहा
By शिवेन्द्र कुमार राय | Updated: June 30, 2024 11:08 IST2024-06-30T11:06:53+5:302024-06-30T11:08:07+5:30
डिप्टी सीएम और केपीसीसी अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने कड़ी चेतावनी जारी करते हुए पार्टी पदाधिकारियों से नेतृत्व के मुद्दों पर सार्वजनिक बयान देने से परहेज करने को कहा है।

(फाइल फोटो)
बेंगलुरु : कर्नाटककांग्रेस में सबकुछ सही नहीं दिख रहा है। डिप्टी सीएम और केपीसीसी अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने कड़ी चेतावनी जारी करते हुए पार्टी पदाधिकारियों से नेतृत्व के मुद्दों पर सार्वजनिक बयान देने से परहेज करने को कहा है। सदस्यों से अपना मुंह बंद रखने का आग्रह करते हुए डीके शिवकुमार ने तावनी दी कि इसका पालन करने में विफल रहने वालों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
ये सारा बवाल इसलिए हुआ है क्योंकि चर्चा है कि शिवकुमार की ताकत घटाने के लिए सिद्धरमैया खेमे के विधायक 2 और डिप्टी सीएम बनाने की मांग कर रहे हैं। डीके शिवकुमार ने कहा है कि न तो डिप्टी सीएम पर कोई चर्चा नहीं हुई है और सीएम की स्थिति पर भी चर्चा का कोई सवाल ही नहीं है।
हालाँकि चेतावनी के बावजूद सहकारिता मंत्री केएन राजन्ना ने टिप्पणी करते हुए कहा कि वह तब तक चेतावनियों पर ध्यान नहीं देंगे जब तक कि पार्टी में सभी लोग प्रतिबंध आदेश का पालन नहीं करते। कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी के भीतर और बाहर शिवकुमार को सीएम पद पर पदोन्नत करने की मांग को लेकर आवाजें उठ रही हैं। पार्टी के कुछ पदाधिकारी सार्वजनिक रूप से तीन अतिरिक्त डिप्टी सीएम पदों की मांग कर रहे हैं।
डिप्टी सीएम और केपीसीसी अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने कहा है कि एआईसीसी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, और मैंने तय कर लिया है कि कैसे काम करना है। इसलिए किसी विधायक या मंत्री या स्वामी जी को बोलने की जरूरत नहीं है। अगर कोई विधायक या पार्टी का कोई भी व्यक्ति इसे उठाता है तो एआईसीसी या मुझे नोटिस जारी करने और अनुशासनात्मक कार्रवाई करने के लिए मजबूर किया जाएगा।
हालाँकि राजन्ना समुदाय-वार प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने के लिए अधिक डीसीएम पदों की वकालत कर रहे हैं। उनका कहना है कि मैं चेतावनियों पर ध्यान नहीं दूंगा। नोटिस जारी होने दीजिए, मैं उसका जवाब दूंगा। शिवकुमार के भाई और पूर्व सांसद डीके सुरेश ने भी कटाक्ष करते हुए कहा कि सिद्धारमैया के मंत्रिमंडल में सभी 33 मंत्रियों को डिप्टी सीएम के रूप में नियुक्त किया जा सकता है। अगर शिवकुमार के आलोचकों को सत्ता की ऐसी इच्छा है तो उन्हें सिद्धारमैया के नेतृत्व में चुनाव लड़ना चाहिए, बहुमत हासिल करना चाहिए और जो भी भूमिका वे चाहते हैं उसे निभाना चाहिए।