अक्षय कुमार ने पीएम मोदी से पूछा कि आपने बैंक अकाउंट में कितने पैसे हैं, मिला ये जवाब
By आदित्य द्विवेदी | Published: April 24, 2019 09:51 AM2019-04-24T09:51:02+5:302019-04-24T09:55:22+5:30
फिल्म स्टार अक्षय कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गैर-राजनीतिक इंटरव्यू लिया है। इसमें उन्होंने चुनाव और राजनीति से इतर पीएम मोदी के जीवन के अनछुए पहलुओं पर बात की। इसका प्रसारण बुधवार को सुबह 9 बजे किया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बैंक खाते में कितने पैसे हैं? आपके मन में भी यह जानने की जिज्ञासा होती होगी। बुधवार को फिल्म स्टार अक्षय कुमार ने पीएम मोदी से यह सवाल पूछ लिया। अक्षय ने कहा, 'मैंने सुना है कि जब आप गुजरात के मुख्यमंत्री का कार्यालय छोड़ रहे थे तो आपके खाते में 21 लाख रुपये थे और आपने सारे पैसे अपने स्टॉफ को दे दिए थे। इस वक्त आपके खाते में कितने पैसे हैं?'
इस बात के जवाब में पीएम मोदी ने कहा, 'मैंने कभी अपना बैंक अकाउंट देखा नहीं था तो गुजरात से आने से पहले अफसरों को बुलाया और बोला कि मैं ये पैसे दे देना चाहता हूं। मैं इसे ले जाकर करूंगा क्या तो एक सीनियर अफसर को लेकर आए और 3 लोग थे। उन्होंने कहा कि आपको जरूरत न पड़े लेकिन कोर्ट केस चल रहे हैं वकील की जरूरत होगी तो इस अकाउंट को रख लो। उसमें से मैंने 21 लाख रुपये जो ड्राइवर चपरासी हैं उनकी बच्चियों की शिक्षा-दीक्षा के लिए खर्च करना है और गुजरात सरकार ने फाउंडेशन बनाया है तो उसको खर्च कर रहे हैं। एमएलए के तौर पर मुझे प्लॉट मिला था पता चला मामला सुप्रीम कोर्ट में लटका है तो जब क्लियर हो जाएगा तो मैंने कहा है कि इसे पार्टी को दे देना।' '
अक्षय कुमार ने पूछा कि क्या आप मंथली सैलरी से अपनी मां को कुछ भेजते हैं? पीएम मोदी ने कहा कि आज भी मेरी मां मिलने पर खुद मुझे पैसा देती हैं। मेरा परिवार मुझसे कोई मदद नहीं लेता।
इस इंटरव्यू के दौरान अक्षय ने पीएम मोदी से उनके ड्रेसिंग से लेकर उनके सोने की बात को लेकर चर्चा की। पीएम मोदी का पूरा इंटरव्यू पढ़ने के लिए आप इस लिंक पर क्लिक कीजिए- इंटरव्यू Highlights: पीएम मोदी जब रिटायर होंगे तो क्या करेंगे, अक्षय कुमार के सवाल पर प्रधानमंत्री ने दिया ये जवाब
रिटायरमेंट के बाद क्या करेंगे?
अक्षय कुमार ने पूछा कि पीएम मोदी रिटायरमेंट के बाद क्या करेंगे। इसके जबाव में पीएम मोदी ने कहा, 'हम लोगों की एक मीटिंग थी। अटल-आडवाणी-प्रमोद महाजन इत्यादि थे। किसी ने कहा कि अगर राजनीति नहीं करेंगे तो क्या करेंगे। मैंने कहा कि मेरे लिए जिम्मेवारी ही जिंदगी है। ना कभी मेरे मन में विचार आया और ना मैं कभी सोचता हूं। मैं जीवन का आखिरी पल किसी ना किसी मिशन में ही खपाउँगा। मुझे और कुछ आता ही नहीं है। मुझे अनुशासन पसंद हैं।'