अखिलेश यादव ने 2024 के लिए तीन नाम विपक्षी पीएम पद के लिए सुझाया, यूपी-बिहार से एक भी नहीं
By आशीष कुमार पाण्डेय | Updated: August 20, 2022 20:28 IST2022-08-20T19:33:32+5:302022-08-20T20:28:48+5:30
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने साल 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्ष की ओर से पीएम पद के जिन तीन दावेदार का नाम सुझाया है, उसमें से एक भी उत्तर प्रदेश या बिहार से नहीं हैं।

फाइल फोटो
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपनी ओर से साल 2024 में होने वाले आम चुनाव में विपक्ष की ओर से प्रधानमंत्री पद के लिए साझा प्रत्याशी के तौर पर तीन नामों को सुझाया है। सपा प्रमुख के मुताबिक विपक्ष की ओर से पीएम पद के जो दावेदार हैं, उनमें से कोई भी उत्तर प्रदेश या बिहार से नहीं है।
जबकि ध्यान से देखें तो यूपी से लोकसभा में 80 सीटें और बिहार से 40 सीटें आती हैं। उस स्थिति में यूपी और उसके बाद बिहार से पीएम पद की मजबूत दावेदारी मानी जाती है लेकिन समाजवादी पार्टी प्रमुख ने साल 2024 के पीएम रेस में यूपी और बिहार से किसी भी नेता को उस योग्य नहीं माना है, जिसे विपक्ष का पीएम प्रत्याशी बनाया जा सके।
जी हां, समाजवादी पार्टी के प्रमुख ने जिन तीन नामों को सुझाया है, उसमें उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, महाराष्ट्र के कद्दावर नेता और एनसीपी प्रमुख शरद पवार और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव हैं। इसके साथ ही अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि वो प्रधानमंत्री पद की दौड़ में नहीं हैं। अखिलेश यादव ने स्पष्ट किया कि उनका इरादा यूपी की 80 लोकसभा सीटों पर फोकस करने का है ताकि वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संभावित विजय रथ को रोक सकें।
यूपी विधानसभा में सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी के मुखिया की भूमिका निभा रहे अखिलेश यादव द्वारा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के संभावित पीएम पद पर चुप्पी साधे जाने को लेकर कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। दरअसल अखिलेश यादव ने नीतीश कुमार की उस समय काफी तीखी आलोचना की थी, जब उन्होंने साल 2017 में महागठबंधन को गच्चा देते हुए भाजपा का दामन थाम लिया था।
फिलहाल नीतीश कुमार का भाजपा से मोहभंग हो चुका है और महागठंबधन खेमे में आ चुके हैं और नीतीश कुमार द्वारा भाजपा का साथ छोड़ने पर अखिलेश यादव ने तारीफ भी की थी लेकिन उसके बाद भी शायद अखिलेश यादव नीतीश कुमार को लेकर मन पक्का नहीं कर पा रहे हैं।
इसके अलावा अखिलेश यादव का यह भी कहना है कि केंद्र की सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस लगातार कह रही है कि वो अगला लोकसभा चुनाव राहुल गांधी के नेतृत्व में लड़ेगी। ऐसे में नीतीश कुमार के साथ सत्ता में साझेदारी कर रही राजद उनका साथ नहीं छोड़ेगी। इसलिए नीतीश कुमार विपक्ष की ओर से पीएम पद के उम्मीदवार तभी बन सकते हैं, जब राहुल गांधी पीएम की रेस से खुद को अलग कर लें।
अखिलेश यादव ने अंत में यह भी कहा कि साल 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ विपक्ष का साझा पीएम उम्मीदवार बिना कांग्रेस पार्टी की सहमति के मजबूत नहीं हो सकता है। इसलिए विपक्ष के साझा पीएम की रेस में वो ही सामने आयेगा, जिसे कांग्रेस का समर्थन होगा।