अजीत डोभाल ने की अबू धाबी के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन जाएद से मुलाकात, इन मुद्दों पर हुई बात
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: October 3, 2019 12:19 IST2019-10-03T12:19:44+5:302019-10-03T12:19:44+5:30
इससे पहले बुधवार को भी अजीत डोभाल के सऊदी अरब के (क्राउन प्रिंस) मोहम्मद बिन सलमान से मुलाकात की खबरें आई थीं। माना जा रहा है कि डोभाल ने जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा वापस लेने के बाद वहां के हालात से अवगत कराया।

अजीत डोभाल ने अबू धाबी के क्राउन प्रिंस से की मुलाकात
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल अबू धाबी के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन जाएद से मुलाकात की है। न्यूज एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि अजीत डोभाल ने यह मुलाकात बुधवार को की थी। बिन जाएद से मिलकर डोभाल ने उनके अंकल शेख सुहैल बिन मुबारक अल केतबी के निधन पर भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से शोक जताया। अल केतबी का निधन रविवार को लंदन में हो गया था।
डोभाल अल निन में शासन के प्रतिनिधि शेख तहनून अल न्हयान से भी मिले। दोनों के बीच आपसी महत्व और द्विपक्षीय मुद्दों को लेकर भी चर्चा हुई। साथ ही आपसी सहयोग और दूसरे मुद्दों को लेकर भी दोनों के बीच बातचीत हुई।
Sources: NSA Ajit Doval also met with Sheikh Tahnoon Al Nahyan. They discussed various issues of bilateral importance and cooperation between the two countries.
— ANI (@ANI) October 3, 2019
इससे पहले बुधवार को भी डोभाल के सऊदी अरब के (क्राउन प्रिंस) मोहम्मद बिन सलमान से मुलाकात की खबरें आई थीं। माना जा रहा है कि डोभाल ने जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा वापस लेने के बाद वहां के हालात से अवगत कराया। आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
सूत्रों ने कहा कि सऊदी अरब की ओर से डोभाल से कहा गया कि वह कश्मीर पर लंबे समय से चले आ रहे नयी दिल्ली के रुख से वाकिफ है। सऊदी अरब ने भारत पाकिस्तान के बीच तनाव कम करने की जरूरत पर जोर दिया। डोभाल मंगलवार को सऊदी अरब पहुंचे थे। डोभाल और सलमान ने द्विपक्षीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर भी चर्चा की जिसमें पिछले महीने सऊदी अरब के तेल प्रतिष्ठानों पर हुए मिसाइल तथा ड्रोन हमलों और आतंकवाद रोधी सहयोग को बढ़ावा देने जैसे मुद्दे शामिल हैं।
सऊदी अरब भारत की ऊर्जा सुरक्षा का एक प्रमुख स्तंभ है, जो कच्चे तेल का 17 प्रतिशत या उससे अधिक का स्रोत है और भारत की एलपीजी आवश्यकताओं के 32 फीसदी की पूर्ति करता है।
(भाषा इनपुट के साथ)