नोएडा (उत्तर प्रदेश), 13 फरवरी गाजियाबाद में औसत वायु गुणवत्ता गिरकर गंभीर स्तर पर पहुंच गई जबकि नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गुड़गांव और फरीदाबाद में यह बेहद गंभीर श्रेणी में दर्ज की गई है। सरकारी एजेंसी की ओर से शनिवार को जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है।
केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) द्वारा जारी वायु गुणवत्ता सूचकांक के अनुसार, दिल्ली से सटे इन पांच क्षेत्रों में वायु में पीएम 2.5 तथा पीएम 10 प्रदूषक भी मौजूद रहे।
सूचकांक के मुताबिक, शून्य और 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 और 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 और 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 और 300 के बीच ‘खराब’, 301 तथा 400 के बीच ‘बेहद खराब’ और 401 तथा 500 के बीच ‘गंभीर’ माना जाता है।
सीपीसीबी के समीर ऐप के मुताबिक, शनिवार को शाम चार बजे तक औसत एक्यूआई गाजियाबाद में 401 , नोएडा में 386 , ग्रेटर नोएडा में 363 , फरीदाबाद में 362 और गुड़गांव में 310 दर्ज किया गया।
शुक्रवार को औसत एक्यूआई गाजियाबाद में 372, नोएडा में 363, ग्रेटर नोएडा में 352, फरीदाबाद 326 और गुड़गांव में 347 रहा था।
सीपीसीबी के मुताबिक, एक्यूआई के ''गंभीर'' श्रेणी में रहने से स्वस्थ लोगों पर प्रभाव पड़ता है जबकि पहले से रोगों से ग्रस्त लोगों पर गंभीर प्रभाव पड़ता है। वहीं एक्यूआई के ‘‘बेहद खराब’’ श्रेणी में रहने से लोगों को सांस लेने संबंधी बीमारी हो सकती है।
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