एमआईएम नेता ने कहा- बच्चे नहीं होंगे तो हम लोग कैसे राज करेंगे, कैसे ओवैसी साहब प्रधानमंत्री बनेंगे? देखें वीडियो
By रुस्तम राणा | Updated: December 16, 2021 10:26 IST2021-12-16T10:17:20+5:302021-12-16T10:26:19+5:30
वीडियो में गुफरान नूर ये कहते नजर आ रहे हैं, बच्चे नहीं होंगे तो हम लोग कैसे राज करेंगे? कैसे ओवैसी साहब प्रधानमंत्री और शौकत साहब मुख्यमंत्री बनेंगे? दलितों, मुसलमानों को डराया जा रहा है कि बच्चे बंद करो। क्यों बंद करें बच्चे? यह शरीयत के ख़िलाफ़ है।

एआईएमआईएम अध्यक्ष असदद्दीन ओवैसी
अलीगढ़: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन (AIMIM) यूपी चुनाव 2022 में ताल ठोक रही है। सूबे के आगामी विधानसभा चुनाव में मुस्लिम वोटर्स को साधने के लिए कभी पार्टी मुस्लिम आरक्षण का राग अलाप रही है तो कहीं मुसलमानों को 'सियासी सेकुलरिज्म' को नकारने की बात कर रही है। अलीगढ़ में पार्टी के एक नेता ने तो हद पार करते हुए विवादित बयान तक दे डाला।
बता दें कि AIMIM अलीगढ़ जिलाध्यक्ष गुफरान नूर का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वो कहते दिखाई दे रहे हैं कि अगर असदुद्दीन ओवैसी को प्रधानमंत्री बनाना है तो मुस्लिमों को अधिक बच्चे पैदा करने होंगे। गुफरान नूर का कहना है कि मुस्लिमों के अधिक बच्चे नहीं होंगे तो फिर हमारी कौम भारत पर राज कैसे करेगी?
वीडियो में गुफरान नूर ये कहते नजर आ रहे हैं, बच्चे नहीं होंगे तो हम लोग कैसे राज करेंगे? कैसे ओवैसी साहब प्रधानमंत्री और शौकत साहब मुख्यमंत्री बनेंगे? दलितों, मुसलमानों को डराया जा रहा है कि बच्चे बंद करो। क्यों बंद करें बच्चे? यह शरीयत के ख़िलाफ़ है।
#WATCH अलीगढ़: बच्चे नहीं होंगे तो हम लोग कैसे राज करेंगे? कैसे ओवैसी साहब प्रधानमंत्री और शौकत साहब मुख्यमंत्री बनेंगे? दलितों, मुसलमानों को डराया जा रहा है कि बच्चे बंद करो। क्यों बंद करें बच्चे? यह शरीयत के ख़िलाफ़ है: AIMIM के अलीगढ़ ज़िले के अध्यक्ष गुफरान नूर pic.twitter.com/uxlyPRR0EO
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 16, 2021
हालांकि इस वीडियो के वायरल होने के बाद नूर ने अपनी सफाई में कहा, ”जितनी हिस्सेदारी हमारी कुर्बानी में रही है, उतनी भागीदारी पैदावार में नहीं रही है। तो मेरा निजी विचार है कि मेरे सदर ओवैसी साहब प्रधानमंत्री बनें, कैसे होगा, इस तरीके की चर्चा चली थी और इसमें मैंने कुछ गलत नहीं कहा।”
अगर आँकड़ों की बात करें तो राज्य में करीब 19 फीसदी मुस्लिम वोटर्स हैं। मुस्लिम समुदाय का यह वोटिंग शेयर राज्य की 143 सीटों को प्रभावित करता है। सूबे में 70 सीटों पर 20 से 30% मुस्लिम वोट हैं तो वहीं 75 सीटों पर करीब 39 से 45 फीसदी मतदाता मुस्लिम समुदाय से हैं। ऐसे में जहां जहां मुस्लिम बहुल्य सीट हैं वहां पर एआईएमआईएम पार्टी चुनाव लड़ने की रणनीति बना रही है। इसके लिए ओवैसी खुद ताबड़तोड़ रैलियां कर रहे हैं।