जम्मू-कश्मीर: अमरनाथ यात्रा सभी के लिए फिर होगी अग्नि परीक्षा!

By सुरेश डुग्गर | Updated: June 29, 2019 17:55 IST2019-06-29T17:55:29+5:302019-06-29T17:55:29+5:30

अमरनाथ यात्रा के शुरू होेने में अब 24 घंटों का समय बचा है। सुरक्षाबल कोई खतरा मोल नहीं लेना चाहते थे इसलिए एक माह पूर्व सभी तैयारियां आरंभ तो की गई थीं पर वे अभी तक अधबीच में ही हैं।

Again Amarnath Yatra is hard test for everyone, Says Officials | जम्मू-कश्मीर: अमरनाथ यात्रा सभी के लिए फिर होगी अग्नि परीक्षा!

तस्वीर का इस्तेमाल केवल प्रतीकात्मक तौर पर किया गया है। (फाइल फोटो)

बकौल अधिकारियों के, एक बार फिर अमरनाथ यात्रा प्रशासन तथा सुरक्षाबलों के लिए अग्निपरीक्षा साबित होगी। ऐसा होने के पीछे के कई स्पष्ट कारण हैं। पाकिस्तानी सेना की गुप्तचर संस्था आईएसआई राज्य में हाहाकर मचाना चाहती है और वह कुछ ऐसा अंजाम देने की कोशिशों में हैं जिससे भारत का गुस्सा और भड़के तथा सब्र का बांध टूट जाए और अमरनाथ यात्रा से अच्छा कोई अवसर उन्हें नहीं मिल सकता।

सुरक्षाधिकारियों के मुताबिक, अमरनाथ यात्रा पर इस बार सबसे अधिक खतरा मंडरा रहा है। हालांकि यह अब कड़वी सच्चाई बन गई है कि तमाम सुरक्षा प्रबंधों को धत्ता बताते हुए आतंकी अमरनाथ यात्रा को प्रत्येक वर्ष भारी क्षति पहुंचाने में कामयाब रहते हैं। नतीजतन इस बार सुरक्षाधिकारियों की चिंता दोगुनी है। पहला कारण, सुरक्षाबलों की भारी कमी के चलते उन्हें चिंता इस बात की लगी हुई है कि 45 किमी लम्बे दुर्गम और पहाड़ी यात्रा मार्ग पर शामिल होने वाले लाखों श्रद्धालुओं को सुरक्षा कैसे प्रदान की जाएगी तो दूसरा कारण आतंकवादी अपनी उपस्थिति की खातिर कुछ बड़ा कर दिखाने की फिराक में हैं।

इस बार राज्य प्रशासन की समस्याएं और बढ़ने की आशंका भी है क्योंकि सरकारी तौर पर इस बार 8 लाख से अधिक लोगों को यात्रा में शामिल होने की अनुमति देने की बात कही गई है तो पूर्व का अनुभव यही रहा है कि शामिल होने वालों की संख्या 4-5 लाख के आंकड़े को हर बार पार कर जाती है। हालांकि इस बार चिंता का विषय इसमें जितने आओ, उतने जाओ की सरकार की नीति भी है।

अमरनाथ यात्रा के शुरू होेने में अब 24 घंटों का समय बचा है। सुरक्षाबल कोई खतरा मोल नहीं लेना चाहते थे इसलिए एक माह पूर्व सभी तैयारियां आरंभ तो की गई थीं पर वे अभी तक अधबीच में ही हैं। एक रहस्योदघाटन के मुताबिक, यात्रा मार्ग के आसपास के कई क्षेत्रों की साफ सफाई, उन्हें बारूदी सुरंगों तथा आतंकवादियों से मुक्त करवाने का अभियान अभी भी अधबीच में ही है। स्थिति यह है कि खुफिया अधिकारियों के रहस्योदघाटन के बाद यात्रियों की सुरक्षा कैसे होगी कोई नहीं जानता है और सब भोलनाथ पर छोड़ दिया गया है।

Web Title: Again Amarnath Yatra is hard test for everyone, Says Officials

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