लोकसभा चुनाव के बाद अब राज्यसभा चुनाव में एनडीए देगी लालू यादव को पटखनी, मीसा भारती की सीट पर जमाएगी कब्जा
By एस पी सिन्हा | Updated: June 16, 2024 18:56 IST2024-06-16T18:56:30+5:302024-06-16T18:56:47+5:30
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के बीच इसे लेकर चर्चा होने की खबर है। बता दें कि नवादा से भाजपा सांसद बने विवेक ठाकुर की भी राज्यसभा सीट खाली होगी। ऐसे में बिहार में दो राज्यसभा सीटों पर उपचुनाव होना है। एनडीए दोनों राज्यसभा सीटों पर जीत हासिल करने की योजना में है।

लोकसभा चुनाव के बाद अब राज्यसभा चुनाव में एनडीए देगी लालू यादव को पटखनी, मीसा भारती की सीट पर जमाएगी कब्जा
पटना: राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव की बड़ी बेटी मीसा भारती पाटलिपुत्र लोकसभा सीट से चुनाव जीतने के बाद अब राज्यसभा से इस्तीफा देंगी। ऐसे में राज्यसभा की रिक्त हुई सीट पर उपचुनाव होगा। लेकिन अब लालू यादव की पार्टी राजद को एनडीए पटखनी देने की तैयारी कर रही है। मीसा भारती वाली सीट पर भी एनडीए का कब्जा जमाने की तैयारी में जुट गई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के बीच इसे लेकर चर्चा होने की खबर है। बता दें कि नवादा से भाजपा सांसद बने विवेक ठाकुर की भी राज्यसभा सीट खाली होगी। ऐसे में बिहार में दो राज्यसभा सीटों पर उपचुनाव होना है। एनडीए दोनों राज्यसभा सीटों पर जीत हासिल करने की योजना में है।
सूत्रों की मानें तो राज्यसभा उपचुनाव में राजद का पत्ता साफ करने के लिए एनडीए रण्नीति बनाने में जुट गई है। दरअसल, बिहार विधानसभा में सत्तारूढ़ एनडीए के कुल 128 विधायक हैं। वहीं विपक्षी महागठबंधन के विधायकों की संख्या 115 है। चूकी राज्यसभा की दो रिक्त हो रही सीटों के लिए चुनाव आयोग दो अलग अलग नोटिफिकेशन जारी करेगा। ऐसे में दो अलग अलग चुनाव होंगे। यानी विधायकों को वोट करने के लिए दो अलग- अलग मतपत्र दिए जायेंगे। इन स्थितियों में दोनों सीटों पर एनडीए के 128 विधायक वोट करेंगे, जिससे आसानी से दोनों सीटों के उपचुनाव एनडीए प्रत्याशी जीत जाएंगे।
सूत्रों के अनुसार राजद अपना उम्मीदवार नहीं उतारेगी क्योंकि उसके पक्ष में समीकरण नहीं है। हालांकि, इसके बाद भी अगर महागठबंधन ने उम्मीदवार उतारा तो उन्हें जीत के लिए सत्ता पक्ष के विधायकों के साथ की जरूरत पड़ेगी। ऐसे में लालू यादव को एनडीए से समझौता किए बगैर अपने प्रत्याशी की जीत सुनिश्चित करना नामुमकिन है। दूसरा विकल्प है कि सत्ता पक्ष के 8 से 10 विधायक अगर पाला बदलते हैं तभी राजद या महागठबंधन प्रत्याशी की जीत होगी।
एनडीए के पक्ष में दिख रहे समीकरणों में विवेक ठाकुर की रिक्त हो रही सीट पर फिर से भाजपा उम्मीदवार का राज्यसभा जाना तय है। विवेक ठाकुर वाली सीट का टर्म 2026 में समाप्त होगा। वहीं मीसा भारती वाली रिक्त हो रही सीट का कार्यकाल अप्रैल 2028 तक है। सूत्रों का कहना है कि इस सीट पर जदयू दावा ठोक सकती है। जदयू अपने किसी नेता को राज्यसभा भेजने के लिए भाजपा से डील करेगी। हालांकि चर्चा ऐसी भी है कि एनडीए के किसी अन्य घटक दल के नेता को राज्यसभा भेजा जा सकता है। इसमें काराकाट से चुनाव हारे उपेंद्र कुशवाहा का नाम चर्चा में है।
उल्लेखनीय है कि बिहार से इस समय में जदयू के हरिवंश, रामनाथ ठाकुर, खीरू महतो और संजय झा राज्यसभा सांसद हैं। वहीं भाजपा सांसदों में सतीश चंद्र दुबे, शंभू शरण पटेल, विवेक ठाकुर, धर्मशीला सिंह और भीम सिंह हैं। जबकि राजद सांसदों में प्रेमचंद गुप्ता, मीसा भारती, मनोज कुमार झा, फैयाज अहमद, अमरेंद्र धारी सिंह और संजय यादव हैं। वहीं कांग्रेस के एकमात्र सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह हैं। लेकिन भाजपा के विवेक ठाकुर और राजद की मीसा भारती के लोकसभा चुनाव जीतने के कारण दोनों सीटों पर उपचुनाव होंगे।