रामलीला और कुंभ मेले के बाद यूनेस्को ने दिया दुर्गा पूजा को सांस्कृतिक विरासत का दर्जा, पीएम मोदी ने बताया गर्व और उल्लास का पल
By आजाद खान | Updated: December 16, 2021 08:00 IST2021-12-16T07:56:59+5:302021-12-16T08:00:48+5:30
दुर्गा पूजा के यूनेस्को के 'मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत' लिस्ट में शामिल होने से देश वासियों के साथ बंगाल के निवासियों में भी खुशी की लहर है।

रामलीला और कुंभ मेले के बाद यूनेस्को ने दिया दुर्गा पूजा को सांस्कृतिक विरासत का दर्जा, पीएम मोदी ने बताया गर्व और उल्लास का पल
भारत: कल का दिन पश्चिम बंगाल में रहने वाले हर नागरिक के लिए यह एक गर्व का दिन था। बुधवार को यूनेस्को ने यह एलान किया है कि भारतीय त्योहार दुर्गा पूजा को उसने अपनी 'मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत' के लिस्ट में शामिल किया है। यूनेस्को के इस एलान के बाद लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई खासतौर पर बंगाल के निवासियों ने इसका जमकर स्वागत किया है। एक तरफ यूनेस्को के इस पहल की पीएम मोदी ने तारीफ की है तो वहीं तृणमूल कांग्रेस के महासचिव अभिषेक बनर्जी ने भी ट्वीट कर इस पर खुशी जातई है।
यूनेस्को के 16वें सत्र में दुर्गा पूजा को मिली जगह
यूनेस्को के 16वें सत्र में दुर्गा पूजा को इस लिस्ट में शामिल करने की बात कही गई है। गौरतलब है कि यूनेस्को ने 2008 में इस अमूर्त सांस्कृतिक विरासत के लिस्ट को तैयार की थी, इस पर यूनेस्को का यह कहना था कि वह दुनियाभर की कुछ खास अमूर्त सांस्कृतिक विरासतों को इस सूची के द्वारा लोगों को अवगत कराएगा। यूनेस्को के इस लिस्ट में शामिल होने के लिए दुनिया भर से प्रपोजल्स आते हैं, लेकिन इस बार दुर्गा पूजा ने बाजी मारी और इस लिस्ट में अपनी जगह बनाने में कामयाब रही।
📢Durga Puja in #Kolkata has just been inscribed on the #IntangibleHeritage list!
— UNESCO New Delhi (@unesconewdelhi) December 15, 2021
Inscriptions to the Representative List are one of the several ways by which #UNESCO advocates the promotion and safeguarding of intangible cultural heritagehttps://t.co/rpVdNJgLIb#LivingHeritagepic.twitter.com/FBKiRaRbio
''पब्लिक परफॉर्मेंस के सबसे अच्छे उदाहरण-दुर्गा पूजा''- यूनेस्को
अपनी वेबसाइट पर इसकी जानकारी देते हुए यूनेस्को ने कहा, 'दुर्गा पूजा को धर्म और कला के पब्लिक परफॉर्मेंस के सबसे अच्छे उदाहरण के साथ-साथ सहयोगी कलाकारों और डिजाइनरों के लिए एक बड़े मौके के रूप में देखा जाता है। दुर्गा पूजा के दौरान, वर्ग, धर्म और जातीयता का विभाजन टूट जाता है।' वहीं इस लिस्ट में केवल दुर्गा पूजा को ही नहीं बल्कि 2008 में रामलीला और 2017 में कुंभ मेले के साथ साल 2016 में नवरोज और योग को भी शामिल किया गया है।
প্রত্যেক ভারতীয়ের জন্য গর্ব ও আনন্দের বিষয়! দুর্গাপূজা আমাদের সাংস্কৃতিক ও আত্মিক বৈশিষ্ট্যর শ্রেষ্ঠ দিকগুলিকে তুলে ধরে। আর, কলকাতার দুর্গাপূজার অভিজ্ঞতা প্রত্যেকের থাকা উচিৎ। https://t.co/DdRBcTGGs9
— Narendra Modi (@narendramodi) December 15, 2021
पीएम मोदी समेत कई लोगों ने बताया गर्व और उल्लास की बात
यूनेस्को के इस घोषणा पर पीएम मोदी समेत तृणमूल कांग्रेस के महासचिव अभिषेक बनर्जी ने अपनी खुशी जाहिर की है। पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए कहा, 'प्रत्येक भारतीय के लिए गर्व और उल्लास का पल। दुर्गा पूजा हमारी सर्वोत्तम परंपराओं और लोकाचार को पेश करती है और कोलकाता की दुर्गा पूजा का अनुभव हर किसी के पास होना चाहिए।' वहीं इस पर अभिषेक बनर्जी ने भी ट्वीट कर यूनेस्को के इस फैसले का स्वागत किया और इसके तंज पर सरकार को भी घेरा है।
Two minutes of silence for @AmitShah and all the tall leaders at @BJP4India who, during their pre-election political tours, HILARIOUSLY CLAIMED that DURGA PUJA IS NOT CELEBRATED IN WEST BENGAL.
— Abhishek Banerjee (@abhishekaitc) December 15, 2021
Your BIGOTRY and HOAX has been BUSTED, you stand EXPOSED YET AGAIN! https://t.co/MvBpgq3eVj