Afghanistan situation: पीएम मोदी ने की बैठक, अफगान नागरिकों को हर संभव सहायता प्रदान करने का निर्देश, सिख, हिंदू अल्पसंख्यकों को शरण दिया जाएगा
By सतीश कुमार सिंह | Published: August 17, 2021 08:03 PM2021-08-17T20:03:29+5:302021-08-17T21:42:28+5:30
Afghanistan situation: बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के अलावा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल थे।
Afghanistan situation: अफगानिस्तान की सत्ता पर तालिबान के नियंत्रण के मद्देनजर पैदा हुई परिस्थितियों की समीक्षा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति की बैठक की। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अफगानिस्तान के हालात की पृष्ठभूमि में सुरक्षा पर मंत्रिमंडल समिति की बैठक की अध्यक्षता की। प्रधानमंत्री मोदी ने अधिकारियों को अफगानिस्तान से सभी भारतीय नागरिकों की सुरक्षित निकासी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
सरकारी सूत्र ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने सीसीएस बैठक में अधिकारियों से अफगानिस्तान से भारत आने के इच्छुक सिख, हिंदू अल्पसंख्यकों को शरण देने के लिए कहा। प्रधानमंत्री मोदी ने अधिकारियों को भारत से मदद की उम्मीद कर रहे अफगान नागरिकों को हर संभव सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया।
कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (सीसीएस) की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल मौजूद रहे। सूत्रों के मुताबिक, मौजूदा हालात को लेकर प्रधानमंत्री लगातार अधिकारियों के संपर्क में हैं।
#WATCH | Delhi: Prime Minister Narendra Modi chairs the meeting of Cabinet Committee on Security (CCS), the meeting is currently underway. pic.twitter.com/TaJr00PZOQ
— ANI (@ANI) August 17, 2021
सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी कल देर रात तक स्थिति का जायजा ले रहे थे और फ्लाइट के उड़ान भरने पर उन्हें अपडेट किया गया। उन्होंने निर्देश दिए कि जामनगर लौटने वाले सभी लोगों के लिए भोजन उपलब्ध कराने के लिए पर्याप्त व्यवस्था की जाए।
दो दशक के महंगे युद्ध के बाद अमेरिका द्वारा अपनी सेना की वापसी को पूरा करने के लिए तैयार होने से ठीक दो हफ्ते पहले तालिबान ने अफगानिस्तान में सत्ता पर कब्जा कर लिया। विद्रोहियों ने देश भर में धावा बोल दिया, कुछ ही दिनों में सभी प्रमुख शहरों पर कब्जा कर लिया।
Delhi: Prime Minister Narendra Modi chairs the meeting of Cabinet Committee on Security (CCS), the meeting is currently underway. pic.twitter.com/ygXH9CvPOK
— ANI (@ANI) August 17, 2021
हालांकि, बैठक में क्या चर्चा हुई इस बारे में उन्होंने कुछ नहीं बताया। विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला, अफगानिस्तान में भारत के राजदूत आर टंडन सहित कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी के देश छोड़कर चले जाने के बाद रविवार को तालिबान ने काबुल पर कब्जा कर लिया। इसके बाद से वहां अफरा-तफरी का माहौल है। इससे पहले, काबुल में भारतीय राजदूत एवं दूतावास के कर्मियों समेत 120 लोगों को लेकर भारतीय वायुसेना का एक विमान मंगलवार को अफगानिस्तान से भारत पहुंचा।
The movement of the Indian Ambassador and the Embassy staff from Kabul to India was a difficult and complicated exercise. Thank all those whose cooperation and facilitation made it possible: External Affairs Minister (EAM) Dr. S Jaishankar pic.twitter.com/CSSH38QNJ8
— ANI (@ANI) August 17, 2021
विदेश मंत्रालय ने कहा है कि भारत सभी भारतीयों की अफगानिस्तान से सकुशल वापसी को लेकर प्रतिबद्ध है और काबुल हवाईअड्डे से वाणिज्यिक उड़ानों की बहाली होते ही वहां फंसे अन्य भारतीयों को स्वदेश लाने का प्रबंध किया जाएगा।
काबुल पर कब्जे के बाद तालिबान ने लचीला रुख अपनाते हुए पूरे अफगानिस्तान में ‘आम माफी’ की घोषणा की और महिलाओं से उसकी सरकार में शामिल होने का आह्वान किया। इसके साथ ही तालिबान ने लोगों की आशंका दूर करने की कोशिश है, जो एक दिन पहले उसके शासन से बचने के लिए काबुल छोड़कर भागने की कोशिश करते दिखे थे और जिसकी वजह से हवाई अड्डे पर अफरा-तफरी का माहौल पैदा होने के बाद कई लोग मारे गए थे।