उप्र: स्कूल द्वारा 15 छात्राओं के इलाज के लिए तांत्रिक बुलाए जाने पर हुई कार्रवाई, एनएचआरसी ने जारी किया सरकार को नोटिस
By भाषा | Published: December 24, 2022 07:28 AM2022-12-24T07:28:32+5:302022-12-24T07:50:00+5:30
वहीं इस मामले में दिए गए बयान में यह कहा गया है कि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव को नोटिस जारी करके चार सप्ताह के भीतर विस्तृत रिपोर्ट देने को कहा है।
नई दिल्ली: राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने उत्तर प्रदेश के महोबा जिले में एक सरकारी स्कूल के प्रशासन द्वारा मध्याह्न भोजन करने के बाद 15 छात्राओं के बीमार पड़ने पर उनके इलाज के लिए ‘तांत्रिक’ बुलाए जाने की खबरों पर राज्य सरकार को नोटिस जारी किया है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
आयोग ने क्या कहा
इस पर बोलते हुए आयोग कहा है कि यदि मीडिया की खबरों की सामग्री सही है, तो यह उन पीड़ित छात्रों के मानवाधिकारों के उल्लंघन के समान है, जिन्हें स्कूल के प्राधिकारियों द्वारा इलाज के लिए अस्पताल ले जाने के बजाय सरकारी स्कूल में कथित तौर पर अंधविश्वास का शिकार बनाया गया है।
क्या है पूरा मामला
एनएचआरसी ने एक बयान में बताया कि आयोग ने मीडिया में आई उन खबरों का स्वत: संज्ञान लिया है जिनमें कहा गया था कि स्कूल प्रशासन ने मध्याह्न भोजन करने के बाद बीमार हुईं 15 छात्राओं के इलाज के लिए एक ‘तांत्रिक’ को बुलाया था। ऐसा बताया जा रहा है कि पुलिस के हस्तक्षेप के बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया।
दोबारा ऐसी घटनाएं न हो इसको भी किया जाएगा सुनिश्चित
बयान में कहा गया कि आयोग ने उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव को नोटिस जारी करके चार सप्ताह के भीतर विस्तृत रिपोर्ट देने को कहा है। बयान के अनुसार, उम्मीद जतायी गई है कि इसमें यह सुनिश्चित करने के लिए उठाए गए या उठाए जाने वाले कदमों को शामिल किया जाएगा कि राज्य में भविष्य में इस प्रकार की घटना दोबारा न हो।