PMC बैंक घोटाले की वजह से नहीं पूरी हो पाई मां की अंतिम इच्छा, बेटी ने कहा- इसका मलाल जीवनभर रहेगा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: October 7, 2019 10:01 IST2019-10-07T10:01:13+5:302019-10-07T10:01:13+5:30
सत्यदेवी की बेटी अनिता कपूर जीटीबीनगर के गुरुनानक हायर सेकंडरी स्कूल में शिक्षिका के रूप में कार्यरत हैं। उन्होंने कहा कि मां के अंतिम संस्कार को लेकर उसकी इच्छा पूरी नहीं कर पाने का मलाल जीवनभर रहेगा। पिता के पैसे से मां का अंतिम संस्कार नहीं किया जा सका।

PMC बैंक घोटाले की वजह से नहीं पूरी हो पाई मां की अंतिम इच्छा, बेटी ने कहा- इसका मलाल जीवनभर रहेगा
पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव (PMC) बैंक में हुए घोटाले की वजह से एक मां की आखिरी इच्छा पूरी नहीं हो पाई। इससे न सिर्फ बेटी दुखी है बल्कि परिवार और रिश्तेदार भी दुखी हैं। वहीं, मां की अंतिम इच्छा पूरी नहीं होने पर बेटी को जीवनभर रहेगा।
टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक जीटीबीनगर में रहने वाली शिक्षिका अनिता कपूर की मां चाहती थी कि उनकी मृत्यु के बाद उनका अंतिम संस्कार पीएमसी बैंक में जमा पैसे से होना चाहिए। दरअसल, 25 सितंबर को सत्यादेवी का निधन हुआ, इससे पहले 24 सितंबर को पीएमसी बैंक में हुए घोटाले को लेकर आरबीआई ने पैसे के लेनदेन पर रोक लगा दी थी। इसकी वजह से सत्यदेवी के खाते से पैसे नहीं निकाला जा सका।
रिपोर्ट में बताया गया कि सत्यदेवी की बेटी अनिता कपूर जीटीबीनगर के गुरुनानक हायर सेकंडरी स्कूल में शिक्षिका के रूप में कार्यरत हैं। उन्होंने कहा कि मां के अंतिम संस्कार को लेकर उसकी इच्छा पूरी नहीं कर पाने का मलाल जीवनभर रहेगा। पिता के पैसे से मां का अंतिम संस्कार नहीं किया जा सका।
जानिए क्या है पूरा मामला
बताया जा रहा है कि पति की निधन के बाद सत्यादेवी कपूर अपने बेटी के साथ प्रतिक्षानगर में रहती थीं। सत्यादेवी के पति स्वरूप लाल टैक्सी चलाते थे। इनका कोई लड़का नहीं था। 2007 में पति की मौत हो गई। बुढ़ापे में कोई सहारा न होने की वजह से उन्होंने बैंक में पैसे इकठ्ठा की थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक कुछ साल पहले वह गिर गई थीं और चलने में दिक्कत होती थी। उनका ऑपरेशन कराना पड़ा। इसी दौरान उन्होंने अपनी बेटियों को ताकीद कर दी थी कि जब उनकी मृत्यु हो, बैंक में जमा पैसे से ही उनके अंतिम संस्कार और अन्य रस्में पूरी की जाएं।