असम के दो जिलों में आसू के बंद का आंशिक असर दिखा
By भाषा | Published: December 26, 2021 09:00 PM2021-12-26T21:00:07+5:302021-12-26T21:00:07+5:30
डिब्रूगढ़ (असम), 26 दिसंबर ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन (आसू) द्वारा रविवार को डिब्रूगढ़ और तिनसुकिया जिलों में 24 घंटे के बंद के आह्वान का आंशिक असर दिखा।
स्थानीय कॉलेज में शुक्रवार को चुनाव के दौरान अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) कार्यकर्ताओं पर हमला करने के आरोप में आसू कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी के विरोध में दो पूर्वी जिलों में छात्र संघ ने बंद का आह्वान किया था। बंद का डिब्रूगढ़ जिले के कुछ हिस्सों में आंशिक असर दिखा, हालांकि मुख्यालय डिब्रूगढ़ शहर में इसका कोई प्रभाव नहीं दिखा।
जिले की स्थानीय आसू इकाई ने रविवार सुबह बंद की अवधि घटाकर 12 घंटे कर दी थी। बंद का पड़ोसी तिनसुकिया जिले में कुछ असर नजर आया, जहां आसू कार्यकर्ताओं ने सड़क पर टायर जलाए और कानून लागू करने वालों के खिलाफ नारेबाजी की।
डिब्रूगढ़ के पुलिस अधीक्षक श्वेतांक मिश्रा द्वारा शनिवार को मामले को लेकर छात्र संगठन के महासचिव शंकर ज्योति बरुआ को नोटिस दिए जाने के बाद भी छात्र संगठन ने बंद का आह्वान करने का निर्णय किया।
नोटिस में उच्चतम न्यायालय के साथ-साथ गुवाहाटी और केरल के उच्च न्यायालयों के विभिन्न फैसलों का हवाला देते हुए बरुआ को चेतावनी दी गई थी कि ‘‘अगर उक्त अवैध और असंवैधानिक बंद का आह्वान तुरंत वापस नहीं लिया गया, तो आपके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।’’ इसमें यह भी कहा गया कि सार्वजनिक संपत्ति की क्षति की रोकथाम अधिनियम, 1984 के तहत बरुआ के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और बंद के कारण किसी भी नागरिक के घायल होने और सार्वजनिक या निजी संपत्ति को किसी भी तरह की क्षति होने के मामले में मुआवजा आसू से वसूला जाएगा।
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