प्रधानमंत्री स्व निधि योजनाः 27.33 लाख से अधिक आवेदन, 10,000 रुपये तक लोन की है सुविधा, जानिए सबकुछ
By सतीश कुमार सिंह | Published: November 19, 2020 01:21 PM2020-11-19T13:21:37+5:302020-11-19T13:22:39+5:30
आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय ने कहा कि ठेले, खोमचे वालों के लिये 10,000 रुपये तक के कर्ज वाली विशेष लघु ऋण योजना के तहत 27.33 लाख से अधिक आवेदन मिले हैं।
नई दिल्लीः प्रधानमंत्री स्व निधि योजना को भारी सफलता मिली है। लॉकडाउन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसकी शुरुआत की थी। ठेले और रेहड़ी-पटरी वालों ने अभी तक 27.33 लाख आवेदन किए हैं। इस योजना के तहत छोटे दुकानदारों को बगैर गारंटी का लोन मिलता है।
पीएम स्वनिधि पोर्टल पर 2 जुलाई 2020 से ऑनलाइन आवेदन जमा करने की शुरुआत हुई, जिसके बाद लगातार आवेदन आने लगे। आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय ने कहा कि ठेले, खोमचे वालों के लिये 10,000 रुपये तक के कर्ज वाली विशेष लघु ऋण योजना के तहत 27.33 लाख से अधिक आवेदन मिले हैं। आधिकारिक बयान के अनुसार ठेले, खोमचे वालों के लिये शुरू की गयी गयी प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना (प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि) के अंतर्गत कुल 27,33,497 आवेदनों में से 14.34 लाख आवेदनों को अबतक मंजूरी दी गयी है।
इसमें से 7.88 लाख कर्ज अबतक वितरित किये गये हैं। जो ठेले, खोमचे वाले, पटरी पर दुकान लगाने वाले (वेंडर) कोरोनावायरस महामारी और उसकी रोकथाम के लिये लगाये गये ‘लॉकडाउन’ के कारण अपना कामकाज छोड़कर घरों को लौट गये थे, वे लौटने पर इस योजना के तहत कर्ज लेने के लिये पात्र हैं। इस योजना के तहत ऋण लेने को सुगम बनाया गया है।
किसी भी सामान्य सेवा केन्द्र या नगर पालिका कार्यालय से आवेदन पत्र ऑनलाइन अपलोड किये जा सकते हैं। या फिर बैंक से यह फार्म लिया जा सकता है। आवास एवं शहरी कार्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने ट्विटर पर लिखा, ‘‘पीएम स्व निधि योजना आगे बढ़ रही है। इसके तहत 27 लाख से अधिक आवेदन प्राप्त किये गये...14 लाख से अधिक आवेदनों को अबतक मंजूरी दी गयी है। इसमें से करीब 8 लाख कर्ज अबतक वितरित किये गये हैं।’’
बता दें कि लॉकडाउन के दौरान रेहड़ी-पटरी वालों के प्रभावित हुए रोजगार को फिर से सुचारू करने में मदद के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर जून में केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में पीएम स्वनिधि योजना को मंजूरी मिली थी।
इस योजना के तहत बगैर किसी गारंटी के स्ट्रीट वेंडर्स को अधिकतम 10 हजार रुपये तक का कर्ज मिलता है, सड़कों के किनारे फल-सब्जी बेचने वाले, चाय-पान की दुकान चलाने से लेकर सैलून, ठेले, रेहड़ी-पटरी वालों को इस योजना के तहत लोन मिलता है, इस योजना के तहत देश में 50 लाख से अधिक रेहड़ी-पटरी वालों को लाभ पहुंचाने की तैयारी है।
जानिए योजना के बारे में खास बातें
मोबाइल ऐप और वेब पोर्टल आधारित आवेदन प्रक्रिया
इस लोन के लिए किसी तरह के गारंटी की नहीं होगी जरूरत
एक साल के लिए 10,000 रुपये तक का शुरुआती कर्ज
समय पर या उससे पहले कर्ज के भुगतान पर सात फीसद की ब्याज सब्सिडी
पात्र लेनदारों को छमाही आधार पर किया जाएगा सब्सिडी का भुगतान
पहले लोन के समय पर और जल्द भुगतान की स्थिति में अधिक लोन की एलिजिबलिटी
डिजिटल लेनदेन की रसीद या भुगतान पर मासिक कैशबैक की सुविधा।