चीनियों ने 2017 में की 415 बार घुसपैठ, 216 बार हुई भारतीय सैनिकों से तनातनी
By रामदीप मिश्रा | Updated: January 10, 2018 09:16 IST2018-01-10T08:50:45+5:302018-01-10T09:16:37+5:30
साल 2016 की तुलना में 2017 में चीनी सैनिकों द्वारा भारतीय सीमा में घुसपैठ दोगुना हो गया।

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बीते साल भारत और चीन की सेनाएं डोकलाम मामले पर 73 दिनों तक एक-दूसरे से आंख से आंख मिलाए खड़ी रही थीं। चीन अपनी सैन्य ताकत की घुड़की भारत को दिखाना चाहता था। वहीं, भारत ने अडिग रहते हुए आखिरकार चीन को अपने कदम वापस खींचने के मजबूर कर दिया। एक ताजा आंकड़ा सामने आया है, जिसमें बताया गया है कि चीन ने साल 2017 में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर सीमा उल्लंघन जमकर किया है।
द इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, चीनी सेनाओं द्वारा साल 2017 में सिक्कम-भूटान सीमा पर भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ ज्यादा की गई है। साल 2016 की तुलना में पिछले साल सीमा उल्लंघन के मामले में 48 फीसदी वृद्धि हुई है।
चीनी सैनिकों ने पिछले साल 415 बार सीमा उल्लंघन किया है, जबकि 2016 में यह आंकड़ा 271 बार उल्लंघन का था। चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आया और वह भारतीय क्षेत्र में अपना रुतबा दिखाना चाहता है, लेकिन भारतीय सेनाओं ने उस हर कोशिश विफल की है।
वहीं दोनों देशों के बीच दावा किया गया है कि पिछले साल 216 बार सैन्य गश्ती दलों के बीच तनातनी हुई है, जबकि 2016 में यह आंकड़ा 146 था। डोकलाम मामले के चलते दोनों देशों के बीच तकरार बढ़ गई थी।
भारतीय की ओर से बताया गया कि एलएसी पर 23 प्रमुख विवाद क्षेत्र हैं, जिनमे ज्यादातर चीनी सेनाएं घुसपैठ करती है। उनमें लद्दाख में देमोचोक, चुमार, पांगोंग त्सो और स्पांगगुर गैप, हिमाचल प्रदेश के कौरिक, उत्तराखंड में बारहोती और अरुणाचल प्रदेश में नमक चु, सुमदोरोंग चू, आसाफिला और दिबांग घाटी शामिल हैं।
गौरतलब है कि चीन अभी तक अरुणाचल प्रदेश के ट्यूटिंग इलाके में बिशिंग के पास एलएसी पर सड़क निर्माण कार्य कर रहा था, भारत द्वारा मुद्दा उठाए जाने के बाद उसने निर्माण कार्य को रोक दिया है। वहीं, भारतीय सैनिकों के द्वारा पिछले महीने जब्त किए गए चीनी श्रमिकों के सड़क बनाने के उपकरण वापस लौटाए जाएंगे। इसके अलावा डोकलाम मामले में सिक्किम-भूटान-तिब्बत को लेकर 73 दिन तक सेनाएं एक दूसरे की आंख से आंख मिलाए रहीं। अब यह टकराव बंद हो गया है और वहां चीन ने अपनी सेना को बड़ी संख्या में कम किया है।