इराक में 39 भारतीयों की मौत: सुषमा स्वराज से दुखी हैं मृतकों के परिजन, जानें क्या कह रहे हैं परिवार वाले

By पल्लवी कुमारी | Updated: March 20, 2018 16:47 IST2018-03-20T16:02:30+5:302018-03-20T16:47:57+5:30

सुषमा स्वराज के इस खबर की पुष्टि के बाद मृतक परिवार वाले सरकार से नाराज हैं। उनका कहना है कि सरकार ने यह बात छुपाकर क्यों रखी?

39 Indians death in Iraq's Mosul: affected family members of angry with Sushma Swaraj EMA, see the reaction | इराक में 39 भारतीयों की मौत: सुषमा स्वराज से दुखी हैं मृतकों के परिजन, जानें क्या कह रहे हैं परिवार वाले

इराक में 39 भारतीयों की मौत: सुषमा स्वराज से दुखी हैं मृतकों के परिजन, जानें क्या कह रहे हैं परिवार वाले

नई दिल्ली, 20 मार्च; विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने मंगलवार को राज्यसभा में इस बात की पुष्टि की है कि इराक के मोसुल में 39 भारतीयों की मौत हो गई है। सुषमा स्वराज के इस सूचना के बाद से ही मृतक के परिवार वालों में मातम पसरा हुआ है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। परिवार वाले इस बात को लेकर सरकार से नाराज है कि आखिरकर इस बात को लेकर झूठ क्यों बोला गया। उन्हें इस बात की सूचना पहले क्यों नहीं दी गई। 

आइए जानें मृतक परिवार वालों का क्या कहना है... 

-  इराक में मारे गए सुरजित कुमार की पत्नी ने कहा, मेरे पति 2013 में इराक गए थे और वह 2014 से लापता हैं। हमने सरकार से कोई डिमांड नहीं की। मेरा एक छोटा बच्चा है और सरकार से मुझे कोई सहायता नहीं मिली है।


- पति दविंदर सिंह की मौत की पुष्टि पर पत्नी मंजीत कौर रोते हुए बोलीं, 'मेरे पति 2011 में इराक गए थे और मेरी उनसे आखिरी बार बात 15 जून 2014 को हुई थी। सरकार ने हमें हमेशा यही कहा कि वह जिंदा हैं। हमारी सरकार से कोई मांग नहीं है।


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- बिहार के इराक में मारे गए विद्या भूषण तिवारी के चाचा का कहना है, मुझे समझ नहीं आ रहा है कि मैं क्या कहूं। मैं चार सालों से सरकार से यही मांग कर रहा हूं कि मेरे भतीजे को कैसे भी कर वापस बुलाया जाए लेकिन इस पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है और अचानक इस तरह की खबर आई है कि वह जिंदा नहीं है।


- इराक में मारे गए राजेश चंदन के पिता का कहना है कि मेरा बेटा 2013 में इराक गया और वह हर शुक्रवार हमसे फोन पर बात करता था। हमने सरकार से क्या मांगा था कुछ नहीं, हमने तो उसे पहले ही खो दिया था। राजेश चंदन हिमाचल प्रदेश के रहने वाले थे।


- इराक से एक भारतीय हरजीत मसीह जो किसी तरह बचकर भारत लौट आया था, उसका कहना था कि मैंने सरकार को पहले ही सच्चाई बता दी कि 39 लोग मारे गए हैं। सरकार ने 39 परिवार वालों को गुमाराह किया है।


-  इस मामले में जालंधर से मारे गए मृतक के एक भाई ने कहा कि मुझे इस बारे में जानकारी तो थी लेकिन यह कब, कैसे हुआ इसकी कोई सूचना नहीं दी गई है। उन्होंने कहा कि इस मामेल में मेरा दो बार DNA सैंपल भी  लिया गया था।


- इस मामले में मारे गए गुर्चन सिंह की पत्नी हरजीत कौर ने कहा है कि वह 2013-14 में मेरे पति इराक से मोसुल के लिए गए थे। सरकार मुझसे हमेशा यही कहती रही कि मेरे पति जिंदा है। मुझे इस खबर के बाद यह भी समझ नहीं आ रहा है कि मैं क्या करूं। 


- इराक में मारे गए पंजाब के रूप लाल की पत्नी कमलजीत कौर का कहना है, मेरे पति इराक के लिए सात साल पहले ही गए थे। मैं उनसे आखिरी बात 2015 में की थी। सरकार दो-तीन महीने पहले हमसे आकर डीएनए टेस्ट लेकर गई थी। कुछ नहीं समझ आ रहा है क्या करूं।'

गौरतलब है कि सुषमा ने बताया कि मारे गए लोगों में 31 लोग पंजाब के हैं। बाकी 4 लोग हिमाचल प्रदेश के हैं। वहीं, बिहार और पश्चिम बंगाल के लोग भी शामिल हैं। इनके पार्थिक शरीर को लाने के लिए इराक विमान भेजा जाएगा। सुषमा ने मृतकों को श्रद्धांजलि दी है साथ ही और उनके परिवार वालों के प्रति गहरी संवेदना जताई है।  



वहीं, वीके सिंह ने इस मामले में कहा है 'हर चीज में समय लगता है, सुषमा जी ने पहले ही कहा था कि जब तक ठोस सबूत नहीं होगा मैं उनको मृत घोषित नहीं करूंगी। सुषमा स्वराज ने अपना वादा निभाया है किसी को गुमराह नहीं किया है। विपक्ष का काम है कि हर चीज को गलत नजरिए से देखना इसलिए मैं इस पर टिप्पणी नहीं कर सकता।' 

Web Title: 39 Indians death in Iraq's Mosul: affected family members of angry with Sushma Swaraj EMA, see the reaction

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