नागपुर सरकारी चिकित्सकीय कॉलेज के 230 रेजिडेंट चिकित्सक सामूहिक अवकाश पर गए
By भाषा | Published: June 1, 2021 05:19 PM2021-06-01T17:19:32+5:302021-06-01T17:19:32+5:30
नागपुर, एक जून महाराष्ट्र के नागपुर में एक सरकारी चिकित्सकीय कॉलेज के कुल 230 रेजिडेंट चिकित्सक कोविड-19 मामलों में कमी आने के मद्देनजर उन्हें वैश्विक महामारी संबंधी ड्यूटी से मुक्त किए जाने की मांग को लेकर मंगलवार को अनिश्चितकालीन सामूहिक अवकाश पर चले गए।
इन चिकित्सकों की मांग है कि उन्हें कोविड-19 संबंधी ड्यूटी से मुक्त किया जाए, ताकि वे स्नातकोत्तर की पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित कर सकें।
इस प्रदर्शन के कारण इंदिरा गांधी सरकारी चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल (आईजीजीएमसीएच) में आपातकालीन और आईसीयू सेवाएं प्रभावित नहीं हुई हैं।
आईजीजीएमसीएच में महाराष्ट्र एसोसिएशन फॉर रेजिडेंट डॉक्टर्स (एमएआरडी) के अध्यक्ष डॉ़ रजत अग्रवाल ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि 230 रेजिडेंड चिकित्सिकों ने अनिश्चितकालीन सामूहिक अवकाश पर जाने का फैसला किया है, क्योंकि उनकी समस्या का समाधान नहीं किया गया।
उन्होंने कहा, ‘‘आईजीजीएमसीएच के रेजिडेंट चिकित्सक पिछले 15 महीनों से कोविड-19 के दौरान मरीजों का इलाज करने के लिए नि:स्वार्थ काम कर रहे हैं।’’
डॉ. अग्रवाल ने कहा कि नागपुर में महामारी संबंधी हालात काबू में है, ऐसे में रेजिडेंट चिकित्सकों को स्नातोकत्तर की पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने की अनुमति दी जानी चाहिए।
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